उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में जहरीली शराब पीने से चार की मौत, कुछ की हालत गंभीर
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत की खबर है। इस बारे में स्थानीय कमिश्नर विश्वास पंत के हवाले से लिखा है- “4 लोगों की मौत की जानकारी है। 2-3 मरीज़ गंभीर हालत में हैं, गंभीर मरीज़ों की डायलिसिस शुरू कर दी गई है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।” हालांकि कुछ खबरों की मानें तो जहरीली शराब पीने से मृतकों और गंभीर हालत वाले व्यक्तियों की संख्या में बढ़ोतरी की आशंका है। घटना के बाद स्थानीय निवासियों में भारी रोष का माहौल है। गुस्साए लोगों ने धरना-प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम रखा है।
मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस मामले में डीएम ने जिला आबकारी अधिकारी और अहरौला थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया। जहरीली शराब पीने से अब तक दस लोगों की मौत हो चुकी है। 60 से अधिक बीमार लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें पांच की हालत गंभीर है।
किसी को उल्टी-दस्त, किसी को कम नजर आने की शिकायत
माहुल स्थित जिस दुकान से जानलेवा शराब की बिक्री की गई, उसे प्रशासन ने सीज कर दिया। यह दुकान पूर्व सांसद रमाकांत यादव के एक रिश्तेदार के नाम से आवंटित है। पुलिस ने शराब का सैंपल जांच के लिए भेज दिया है। दो सेल्समैन को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
जहरीली शराब पीकर जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के अनुसार शराब पीने के बाद किसी को पेट दर्द शुरू हो गया तो किसी को उल्टी व दस्त होने लगे। कुछ को कम नजर आने की शिकायत हो गई। जान गंवाने वाले एक व्यक्ति के परिजन ने बताया कि शराब पीने से जिसकी मौत हुई है, उसे रात में उल्टी के साथ खून भी निकला था।
दो दशक में 132 लोग गंवा चुके जान
जहरीली शराब पीने से दस लोगों की मौत की घटना नई नहीं है। इससे पहले भी चार जहरीली शराब कांड में कई लोगों की जान जा चुकी है। वर्ष 2002 में इरनी में 11, वर्ष 2013 में मुबारकपुर में 53, वर्ष 2017 में सगड़ी क्षेत्र में 36 और 2021 में पवई में जहरीली शराब पीने से 22 लोगों की मौत हो चुकी है। और अब अहरौला क्षेत्र में 10 लोगों की मौत हो गई।