अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के एलीट पैनल के पूर्व अंपायर असद रऊफ का लाहौर में हृदय गति रुकने से निधन हो गया। पाकिस्तान के रऊफ 66 साल के थे।उन्होंने 231 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग की थी। रऊफ अपने समय के बेहतरीन अंपायरों में एक थे। 2005 में उन्होंने पहली बार टेस्ट मैचों में अंपायरिंग की थी। उसके एक साल बाद उन्हें आईसीसी ने एलीट पैनल में शामिल किया था। रऊफ ने 64 टेस्ट, 139 वनडे और 28 टी20 मैचों में अंपायरिंग की थी। इनमें से 15 टेस्ट, 41 वनडे और पांच टी20 थर्ड अंपायर के रूप में थे। अलीम डार के साथ वह पाकिस्तान के उन प्रसिद्ध अंपायरों में शामिल किए जाते हैं जिन्होंने देश में अंपायरिंग के स्तर को बढ़ाने में योगदान दिया। रऊफ मध्यक्रम में तेज बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। हालांकि 2013 में उनका करियर तब समाप्त हो गया जब मुंबई पुलिस ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में उन्हें एक आरोपी बनाया। तब रऊफ इस टूर्नामेंट में अंपायरिंग कर रहे थे। वह तब आईपीएल को बीच में ही छोड़कर भारत से चले गए थे और बाद में चैंपियंस ट्रॉफी से भी हट गए थे। उन्हें इसके बाद आईसीसी एलीट पैनल से बाहर कर दिया गया था। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने वर्ष 2016 में उन पर भ्रष्टाचार और दुर्व्यवहार के लिए पांच साल का प्रतिबंध लगाया था। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष रमीज राजा ने ट्वीट करके कहा,‘‘ असद रऊफ के निधन का समाचार सुनकर बहुत दुखी हूं। वह न केवल एक अच्छे अंपायर थे बल्कि उनमें हास्य का पुट भी भरा था। वह हमेशा मेरे चेहरे पर मुस्कान बिखेर देते थे और जब भी मुझे उनकी याद आएगी तो वह ऐसा करेंगे। उनके परिवार के प्रति मेरी सहानुभूति है।’’