Jahangirpuri Encounter: जहांगीरपुरी में पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़, वांछित अपराधी नितिन घायल, देसी कट्टा बरामद
दिल्ली के उत्तरी-पश्चिमी जिले के जहांगीरपुरी थाना क्षेत्र में बुधवार देर रात एक नाटकीय मुठभेड़ हुई, जिसमें दिल्ली पुलिस की एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड (ATS) और एक वांछित अपराधी आमने-सामने आ गए। यह मुठभेड़ जहांगीरपुरी की शाह आलम रोड पर उस वक्त हुई जब ATS टीम को खुफिया सूचना मिली कि हत्या के प्रयास समेत कई गंभीर मामलों में वांछित बदमाश नितिन वहां मौजूद है। पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन उसने आत्मसमर्पण करने की बजाय पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी।
ATS की टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर जितेंद्र तिवारी और सब-इंस्पेक्टर रवि कर रहे थे। टीम ने नितिन को घेर कर सरेंडर करने को कहा, लेकिन वह बाइक से भागने लगा और इस दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। फायरिंग के दौरान एक गोली पुलिस कांस्टेबल डोली के बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी, जिससे वह बाल-बाल बच गए। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायर किया, जिसमें नितिन के पैर में गोली लग गई। घायल नितिन को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एक देसी कट्टा (पिस्तौल) और एक मोटरसाइकिल बरामद की है। पुलिस के मुताबिक नितिन काफी समय से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त था और उसके खिलाफ हत्या का प्रयास, अवैध हथियार रखने और अन्य संगीन धाराओं में कई मामले दर्ज हैं। इस मुठभेड़ के जरिए पुलिस ने न केवल एक खतरनाक अपराधी को पकड़ने में सफलता पाई है, बल्कि दिल्ली में बदमाशों के खिलाफ अपने सख्त रुख को भी दोहराया है।
नॉर्थ वेस्ट जिला पुलिस उपायुक्त ने जानकारी दी कि नितिन के अन्य साथियों की तलाश जारी है और जल्द ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि नितिन किन-किन अपराधियों के साथ मिला हुआ था और उसकी गतिविधियों का नेटवर्क कहां-कहां फैला हुआ है। इस सिलसिले में तकनीकी साक्ष्य और नितिन से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि दिल्ली में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है और ऐसे तत्वों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस हर स्तर पर सतर्क और सक्रिय है, और किसी भी आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस मुठभेड़ ने न केवल पुलिस की तत्परता को साबित किया है बल्कि जनता में सुरक्षा की भावना भी पैदा की है। दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई एक सख्त संदेश है कि राजधानी की सड़कों पर अपराध को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हर अपराधी को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।


