नीतीश सरकार ने पेश की आर्थिक सर्वे रिपोर्ट, बिहार में किस वर्ग के पास कितनी आय? चौंकाएंगे आंकड़े
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को जातीय गणना की रिपोर्ट पेश की गई. इसमें लोगों की आर्थिक आय का डेटा भी साझा किया गया है.
बिहार विधानसभा (Bihar Vidhan Sabha) सत्र के दूसरे दिन मंगलवार (07 नवंबर) को नीतीश सरकार (Nitish Kumar Government) की ओर से जातीय गणना का आर्थिक सामाजिक सर्वे रिपोर्ट पेश की गई. इस रिपोर्ट में बिहार में लोगों की आर्थिक आय कितनी है, इसकी विस्तार से जानकारी दी गई है. आंकड़ों के मुताबिक, सामान्य वर्ग के करीब 25 फीसद लोगों के महीने की आय 6 हजार रुपये तक है.
9 फीसद लोगों की महीने की आय 50 हजार से ज्यादा
इसके अलावा 23 फीसद की आय 6 से 10 हजार रुपये है. सामान्य वर्ग में 19 फीसद लोगों की की आय 10 हजार से 20 हजार रुपये तक है. वहीं 16 फीसद की आय 20 हजार से 50 हजार के बीच है. सिर्फ 9 फीसद लोग ऐसे हैं जिनके महीने की आय 50 हजार रुपये से ज्यादा है.
पिछड़ा वर्ग में लोगों की आय कितनी? नीचे देखें डिटेल्स
जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार राज्य में पिछड़ा वर्ग के 33 फीसद लोगों की महीने की आय 6 हजार तक है. 29 फीसद की आय 6 से 10 हजार है. 18 फीसद की मासिक आय 10 से 20 हजार है. 10 फीसद की आय 20 से 50 हजार है और सिर्फ 4 फीसद आबादी की मासिक आय 50 हजार या इससे अधिक है.
वहीं अनुसूचित जाति में 42 फीसद लोग ऐसे हैं जिनकी महीने की आय छह हजार तक है. 29 फीसद की आय छह से 10 हजार तक है. 15 फीसद की आय 10-20 हजार तक है. 5 फीसद की आय 20 से 50 हजार तक है और एक फीसद की आय 50 हजार रुपये से ज्यादा है.
अनुसूचित जनजाति वर्ग में किसकी कितनी आय
अत्यंत पिछड़ा वर्ग की बात करें तो 33 फीसद की महीने की आय 20 हजार रुपये तक है. 32 फीसद की आय 6 से 10 हजार रुपये है. 18 फीसद की आय 10 से 20 हजार रुपये है. सिर्फ 2 फीसद लोगों की महीने की आय 50 हजार रुपये से अधिक है. इसके अलावा अनुसूचित जनजाति वर्ग में 42 फीसद लोगों की महीने की आय 10 हजार रुपये तक है. 25 फीसद की आय 6 से 10 हजार रुपये है. 16 फीसद लोगों की आय 10 से 20 हजार रुपये है. 8 फीसद की आय 20 से 50 हजार रुपये है. केवल 2.53 फीसद लोगों की मासिक आय 50 हजार रुपये या अधिक है.