राजधानी पटना में छठ व्रतियों की व्यवस्था में जुटा जिला प्रशासन, डीएम ने गंगा घाटों का किया निरीक्षण
छठ पर्व को लेकर पटना सहित पूरे बिहार में तैयारी शुरू हो गई है. वहीं, इसको लेकर पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि किसी छठ व्रतियों को कोई असुविधा नहीं होगी.
लोक आस्था का महापर्व में मात्र चार दिन शेष रह गए हैं. छठ पर्व (Chhath Puja 2023) 17 नवंबर से नहाए खाए से शुरुआत होकर 20 नवंबर को पारण के साथ समाप्त होगा. इसके लिए पटना में तैयारी जोरो शोरो पर चल रही है. जिला प्रशासन सभी गंगा घाटों पर छठव्रतियों की सुविधा के लिए तैयारी में जुटा है और अब यह तैयारी अंतिम रूप में आ चुका है. जिला प्रशासन का दावा है कि नहाए खाए तक सभी गंगा घाटों को पूरी तरह तैयार कर लिया जाएगा और छठव्रतियों को नहाए खाए के दिन से ही कोई परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. वहीं, पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सोमवार को पटना के गायघाट से लेकर दीदारगंज घाट तक निरीक्षण किया.
छठ की तैयारी पर डीएम ने दी जानकारी
पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि पटना के कई घाट जैसे गायघाट, दीघा घाट और सबलपुर घाट पर पटना के अलावा देहाती क्षेत्र के लोग भी आते हैं. शाम में आकर फिर सुबह में घाट पर जाने में परेशानी होती है, इसलिए इस बार मुख्य मुख्य बड़े घाटों पर जिला प्रशासन द्वारा अस्थायी यात्री सेड बनाया जा रहा है, जो यात्री दूर दराज से आते हैं वह रात्रि में गंगा घाट पर बने यात्री सेड में ही विश्राम कर सकते हैं और सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दे सकते हैं. सभी घाटों पर रात्रि सहित 24 घंटे सुरक्षाकर्मी और मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे, जिससे किसी छठ व्रतियों को कोई असुविधा नहीं होगी.
‘100 घाटों पर जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है’
डीएम ने कहा कि इस बार पिछले साल की अपेक्षा गंगा नदी का जलस्तर तीन किलोमीटर पीछे है, इस कारण इस बार विशेष परेशानी की संभावना नहीं है. घाटों पर आने जाने वाले रास्ते भी सूखे हुए हैं. पटना शहरी क्षेत्र के दीघा घाट से लेकर दीदारगंज तक कुल 108 घाट है, जिसमें 100 घाटों पर छठ करने की तैयारी जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. एलसीटी घाट और राजा पुल घाट सहित कुल आठ घाटों पर को खतरनाक चिन्हित किया गया है. इन जगहों पर जिला प्रशासन का पूरा नजर रहेगा कि यहां कोई नहीं पहुंचे.
चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की जाएगी- डीएम
आगे डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि सभी छठ करने वाले घाटों पर शौचालय, पीने के पानी की व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था के लिए वॉच टावर लाइट इसके अलावे सभी घाटों पर नदी में बांस से बैरिकेडिंग की जा रही है ताकि लोग गहरे पानी में न जाए. घाटों पर चेंजिंग रूम की व्यवस्था, सभी घाटों पर पूरी जगमग रोशनी और चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की जाएगी.