प्रदूषण की रोकथाम के लिए ठोस कदम नहीं उठाती दिल्ली सरकार : दीपक गाबा
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : दिल्ली सरकार प्रदूषण रोकथाम कोई ठोस कदम नहीं उठाती सिर्फ दिल्ली वालों पर अपनी घोषणाऐं लागू करने का काम किया है। दिल्ली में खतरनाक स्तर पर पहुॅचे प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार की गलत नीतियां मुख्य तौर पर जिम्मेदार है। यह कहना है भारतीय जनता पार्टी शाहदरा जिले के महामंत्री दीपक गाबा का | उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली में निर्माण कार्य पर रोक लगाकर और यूपी सरकार को सीएनजी बसें चलाने की नसीहत देकर केजरीवाल ने अपना पल्ला झाड़ने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा पराली जलाने पर पांबदी क्यों नही लगाते जो दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण रोकथाम के लिए अरविंद केजरीवाल द्वारा 15 सूत्री विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की थी उसकी पोल दिल्ली में लगातार बढ़ रहे खतरनाक प्रदूषण स्तर ने खोल कर रख दी है। दीपक गाबा ने कहा कि एक सर्वेक्षण में पाया गया है दिल्ली एनसीआर में खतरनाक स्तर पर पहुचे प्रदूषण से 70 प्रतिशत लोग सीधे प्रभावित हो रहे है जबकि 27 प्रतिशत लोग दिल्ली एनसीआर से बाहर जाने की तैयारी में है।
राजधानी में प्रदूषण का अधिक प्रभाव बच्चों और बुर्जुगों के साथ-साथ घर से काम के लिए निकलने वाले लोगों पर अधिक पड़ रहा है जिससे सांस लेने, अस्थमा, फेंफड़ो से संबधित बीमारी का शिकार हो रहे हैं। दीपक गाबा ने कहा कि केजरीवाल नें गाजीपुर लैंडफिल पर दिल्ली से कूड़े का निपटारा करने की घोषणा तो निगम चुनावों को देखते हुए की थी , परंतु दिल्ली में कूड़े के पहाड़ों से निकल रही जहरीली गैस से उत्पन्न प्रदूषण को खत्म करने के लिए अरविन्द केजरीवाल के पास कोई योजना नही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को प्रदूषण में नम्बर वन से नीचे लाने के लिए अरविन्द केजरीवाल कोई उपाय करने की बजाय दिल्ली में अप्रभावित योजना लागू करके दिल्ली वालों को बेवकूफ बनाने का काम करते हैं ।