‘कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया, लेकिन…’, सीएम शिंदे ने मुसलमानों को लेकर दिया बड़ा बयान
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा, “कांग्रेस ने मुसलमानों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है.”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस ने मुसलमानों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार ने समाज के सभी वर्गों के लिए काम किया है. शिंदे राष्ट्रीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और राज्य में परभणी लोकसभा क्षेत्र से सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के उम्मीदवार महादेव जानकर के लिए पाथरी में प्रचार कर रहे थे.
शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार ने मौलाना आजाद अल्पसंख्यक वित्तीय विकास निगम के लिए आवंटित धनराशि को 30 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 500 करोड़ रुपये कर दिया, उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सभी धर्मों के लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए कई योजनाएं लागू कीं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुस्लिम समुदाय को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया, लेकिन मोदी सरकार ने 25 करोड़ लोगों का उत्थान किया. शिंदे ने कहा, कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया, लेकिन इसके बजाय गरीब हटा दिए गए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन भी उपलब्ध कराया.
राज्य सरकार सभी समुदायों के साथ न्याय कर रही है. इससे पहले, (शिवसेना संस्थापक) बाल ठाकरे के समय में, हमारे पास राज्य मंत्री के रूप में साबिर शेख थे. शिंदे ने कहा, अब हमारे पास अब्दुल सत्तार (कैबिनेट में) हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का दावा कि मोदी सरकार संविधान बदल देगी, केवल एक चुनावी जुमला था.
कांग्रेस का पलटवार
एकनाथ शिंदे ने राहुल गांधी पर निशाना साधा था. इसपर कांग्रेस ने भी पलटवार किया है. सीएम शिंदे ने कहा था कि “राहुल गांधी कभी नहीं बन पाएंगे प्रधानमंत्री”. नाना पटोले ने कहा, “लोकतांत्रिक व्यवस्था में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री कौन बनेगा यह जनता के हाथ में है. राहुल गांधी की लोकप्रियता देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में है. वह देश की सबसे पुरानी पार्टी के नेता हैं, अगर उन्होंने तय किया होता तो 2004 से 2014 तक दस साल के दौरान कभी भी प्रधानमंत्री बन सकते थे, लेकिन वह गांधी हैं और गांधी परिवार में त्याग और बलिदान की परंपरा रही है.”