श्रद्धा मर्डर केस में आज आरोपी आफताब का नार्को टेस्ट आज टल गया। दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला की पॉलीग्राफ जांच के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी। कोर्ट ने पॉलीग्राफी टेस्ट की अनुमति भी दे ही। इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मामले को लेकर बयान दिया है। सीएम गहलोत ने कहा कि देश में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। गहलोत ने श्रद्धा हत्याकांड को लेकर कहा है कि यह एक दुर्घटना है, इसे नाम दे दिया गया है, जुमले कस दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सदियों से अंतर धर्म में शादियां होती आई हैं, यह नई बात तो नहीं है। लेकिन आपने एक कौम को एक धर्म को टारगेट बना दिया है, उसके आधार पर राजनीति हो रही है। धर्म के नाम पर, जाति के नाम पर लोगों को इकट्ठा करना हो, संगठित करना और मॉब क्रिएट करना आसान काम है। आग लगाना बड़ाआसान है , आग को बुझाने में वक्त लगता है। आप कोई बिल्डिंग या भवन बनाओ, उसे बनाने में वक्त लगता है। गिराना हो आप गिरा दीजिए आराम से गिर जायेगी।
देश की राजधानी दिल्ली के महरौली इलाके में हुई इस घटना में श्रद्धा वॉकर नाम युवती की निर्मम हत्या करने का खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार, आफताब पूनावाला ने 18 मई को श्रद्धा वालकर (27) को कथित तौर पर गला घोंटकर मार डाला था। इसके बाद आफताब ने उसके शरीर के 35 टुकड़े करके अपने घर पर लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर के फ्रिज में रखा। इन टुकड़ों को वह कई दिनों तक आधी रात के बाद शहर में कई जगहों पर फेंकता रहा था।
श्रद्धा हत्याकांड का आरोपी आफताब आज ’35 टुकड़ों’ का राज नहीं बता पाएगा, क्योंकि आज श्रद्धा के ‘कातिल’ का नार्को टेस्ट नहीं होगा। एफएसएल के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीव गुप्ता ने आफताब का नार्को टेस्ट टाले जाने की वजह भी बताई है। उन्होंने कहा, ‘नार्को टेस्ट करने से पहले कुछ मापदंड होते हैं जिन्हें पूरा करना होता है।’ संजीव गुप्ता ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस का अनुरोध आ चुका है और हमारी डाइरेक्टर के भी आदेश इसको जल्द कराने के हैं। हमारी टीम 3 दिन से इसपर काम कर रही है। नार्को टेस्ट करने से पहले कुछ मापदंड होते हैं जिन्हें पूरा किया जा रहा है, वह होते ही नार्को टेस्ट किया जाएगा।’