CBI Raids on Durgesh Pathak: AAP नेता दुर्गेश पाठक के घर पर CBI की रेड, विदेशी फंडिंग मामले में कार्रवाई

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CBI Raids on Durgesh Pathak: AAP नेता दुर्गेश पाठक के घर पर CBI की रेड, विदेशी फंडिंग मामले में कार्रवाई

आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता दुर्गेश पाठक के घर पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने छापा मारा है। सूत्रों के अनुसार, यह रेड विदेशी फंडिंग से जुड़े मामले में की गई है, जिसमें पाठक पर एफसीआरए (Foreign Contribution Regulation Act) नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। जांच एजेंसी ने उनके आवास की तलाशी ली और इस मामले में आवश्यक दस्तावेज़ों की जांच की। यह छापेमारी AAP और विशेष रूप से पाठक के लिए एक नई मुसीबत बन सकती है, जो हाल ही में गुजरात विधानसभा चुनावों में पार्टी के सह-प्रभारी बनाए गए थे।

AAP की प्रतिक्रिया
इस रेड पर आम आदमी पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह छापेमारी वही तरीका अपनाया जा रहा है जैसा गुजरात विधानसभा चुनावों के दौरान हुआ था। भारद्वाज ने दावा किया कि भाजपा ने जानबूझकर AAP के नेताओं को गिरफ्तार कराया और उनके खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने कहा, “दुर्गेश पाठक को गुजरात की चुनावी जिम्मेदारी दी गई है, और उसी के बाद यह सीबीआई रेड की गई है।”

AAP के राष्ट्रीय सचिव संदीप पाठक ने भी इस रेड को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि गुजरात विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए दुर्गेश पाठक को पार्टी का सह-प्रभारी नियुक्त किया गया था, और इसके कुछ दिनों बाद ही यह रेड की गई है। संदीप ने यह भी आरोप लगाया कि यह रेड भाजपा के डर को दर्शाता है, जो गुजरात में AAP को “एक बढ़ते हुए खतरे” के रूप में देख रही है।

गुजरात में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं, और इस छापेमारी को AAP की बढ़ती ताकत के खिलाफ भाजपा की ओर से एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी के नेताओं का मानना है कि यह कदम गुजरात में AAP की बढ़ती साख को कमजोर करने की एक कोशिश है।

विदेशी फंडिंग नियमों का उल्लंघन
एफसीआरए (Foreign Contribution Regulation Act) भारतीय कानून के तहत, विदेशी चंदा प्राप्त करने वाली संस्थाओं और संगठनों के लिए अनिवार्य नियम हैं। इसके तहत ऐसे संगठनों को सरकार से रजिस्ट्रेशन प्राप्त करना होता है जो विदेशी चंदा प्राप्त करते हैं। पाठक के खिलाफ यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने एफसीआरए के नियमों का उल्लंघन किया है, हालांकि इस मामले में अभी तक उनकी ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

राजनीतिक दृष्टिकोण
इस छापेमारी को AAP द्वारा भाजपा के खिलाफ बढ़ते राजनीतिक संघर्ष के रूप में देखा जा रहा है, जहां पार्टी गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को चुनौती देने की तैयारी कर रही है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि भाजपा इस तरह की कार्रवाई से डराने-धमकाने का प्रयास कर रही है, लेकिन पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह इन राजनीतिक रणनीतियों से डरने वाली नहीं है।

इस पूरे मामले में AAP और भा.ज.पा. के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप की लकीरें और भी गहरी होती जा रही हैं, और यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस छापेमारी के बाद राजनीति में और किस तरह के मोड़ आते हैं।

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