उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के कांठ थाना क्षेत्र में एक बार फिर माहौल को खराब करने का प्रयास किया गया। दूल्हेपुर गांव में दो संप्रदायों के बीच पूर्व में हुए फैसले को तोड़कर सामूहिक रूप से नमाज पढ़ी गई। इस मामले में 16 के खिलाफ नामजद और 10 अज्ञात के खिलाफ छजलैट पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। दरअसल, मुरादाबाद के थाना छजलैट के गांव दुल्हेपुर में बिना मस्जिद-मदरसे के एक घर में सामूहिक नमाज पढ़ने का एक वीडियो सामने आया है। मुस्लिम लोगों ने वीडियो को स्वीकार किया है लेकिन वीडियो को 3 जून की नमाज का बताया है। उसके बाद कोई नमाज सामूहिक रूप से गांव में नहीं हुई। जबकि हिन्दू पक्ष का कहना है कि नमाज का ये वीडियो 3 जून का है लेकिन अभी भी सामूहिक रूप से नमाज जारी है। इसीलिए पुलिस में शिकायत की गई। गांव में रहने वाले हिन्दू पक्ष के लोगों का कहना है कि गांव में कोई मस्जिद या मदरसा नहीं है और न ही गांव में कोई मंदिर है हम लोग एक किलोमीटर दूर दूसरे गांव में पूजा करने जाते हैं। कुछ दिनों तक तो सामूहिक रूप से नमाज नहीं पढ़ी गई लेकिन फिर से समझौते का उल्लंघन करके जगह बदलकर शुरू कर दी गई। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मौका मुआयना किया। आरोप सही पाए गए। इसी आधार पर पुलिस ने वाहिद, अनवार, मुस्तकीम, सईद, जाकिर, अलीशेर, रमजानी, मुस्लिम, मोहम्मद अली, ईदा, हाकामली, हनीफ, शौकीन, सलीम, नूरा, असलम समेत 17 नामजद व दस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। सीओ कांठ सलोनी अग्रवाल ने मुकदमा दर्ज किए जाने की पुष्टि की। कहा कि मामले की जांच की जा रही है। माहौल बिगाड़ने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।