RBI MPC Meeting : होम लोन धारकों को बड़ी राहत: रेपो रेट में कटौती से EMI में हजारों की बचत
नई दिल्ली होम लोन की ईएमआई चुका रहे करोड़ों लोगों के लिए साल 2025 की शुरुआत में ही बड़ी राहत की खबर आई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए लगातार दूसरी बार रेपो रेट में कटौती की है। फरवरी में हुई 25 बेसिस पॉइंट की कटौती के बाद, आज फिर RBI ने रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कमी की घोषणा की है। इस तरह दो महीनों में कुल 0.5% की राहत मिल चुकी है और रेपो रेट अब 6% के स्तर पर आ गया है।
इस कटौती से न केवल फ्लोटिंग रेट होम लोन सस्ते हो जाएंगे, बल्कि इसका सीधा असर ग्राहकों की मासिक किस्तों (EMI) पर भी देखने को मिलेगा। इसका लाभ उठाते हुए ग्राहक अब लाखों की बचत कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी व्यक्ति ने 20 साल के लिए ₹30 लाख का होम लोन लिया है, तो उसकी मासिक किस्त ₹26,247 से घटकर ₹25,071 हो जाएगी। यानी हर महीने ₹1,176 की बचत होगी और पूरे लोन पीरियड में कुल ₹2.82 लाख की बचत संभव है।
यह असर केवल ₹30 लाख तक सीमित नहीं है। ₹50 लाख के लोन पर ₹4.70 लाख की बचत, ₹70 लाख पर ₹6.58 लाख, ₹1 करोड़ पर ₹9.40 लाख और ₹1.5 करोड़ के लोन पर ₹14.11 लाख तक की कुल बचत हो सकती है।
इस रेपो रेट कटौती के साथ ही आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने मौद्रिक नीति के रुख को ‘न्यूट्रल’ से बदलकर ‘अकोमोडेटिव’ कर दिया है, जिससे संकेत मिलते हैं कि भविष्य में भी ब्याज दरों में और कटौती की संभावना है। इसका मतलब है कि आने वाले महीनों में होम लोन और सस्ते हो सकते हैं।
बैंकबाजार.कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी के मुताबिक, रेपो रेट में कटौती उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देने और आर्थिक गतिविधियों को तेज करने की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इससे रियल एस्टेट में निवेश बढ़ने की उम्मीद है, बशर्ते कि बैंक समय पर इस कटौती का लाभ ग्राहकों को पास ऑन करें।
हालांकि, इसका असली फायदा तभी मिलेगा जब कमर्शियल बैंक तेजी से और प्रभावी तरीके से इस रेपो रेट कटौती को अपनी लोन दरों में शामिल करें। यदि ऐसा होता है, तो इससे मकान खरीदने की योजना बना रहे लाखों लोगों को राहत मिलेगी और रियल एस्टेट सेक्टर में नई जान आ सकती है।
एक अहम सवाल यह भी है कि क्या आगे और रेट कट होंगे? इसका जवाब हां में दिया जा सकता है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की इकोव्रैप रिपोर्ट के अनुसार, भारत की खुदरा महंगाई दर फरवरी 2025 में घटकर 3.6% हो गई है, जो पिछले सात महीनों का न्यूनतम स्तर है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि अप्रैल और अगस्त 2025 में भी रेपो रेट में कटौती की जा सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, पूरे साल में कुल मिलाकर 75 बेसिस पॉइंट तक की कटौती संभव है।
शेट्टी का कहना है कि आज की कटौती के बाद होम लोन की दरें फिर से 8% से नीचे आ सकती हैं। वर्तमान में सबसे कम ब्याज दरें 8.10% से 8.35% के बीच हैं, लेकिन जल्द ही ग्राहक 7.90% से 8.0% के बीच दरें भी देख सकते हैं।
कुल मिलाकर, रेपो रेट में ताजा कटौती उन लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है जो पहले से लोन की ईएमआई चुका रहे हैं या भविष्य में नया होम लोन लेने की योजना बना रहे हैं। कम ब्याज दरें न केवल आम लोगों की जेब पर बोझ कम करेंगी, बल्कि देश की आर्थिक गतिविधियों को भी रफ्तार देने में मददगार साबित होंगी।