Zeeshan Akhtar Arrested: बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में बड़ा खुलासा: कनाडा में पकड़ा गया मास्टरमाइंड जीशान अख्तर, लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है कनेक्शन
एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में एक बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। मुंबई पुलिस के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, इस सनसनीखेज हत्या के पीछे मास्टरमाइंड माने जा रहे जीशान अख्तर को कनाडा में पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि जीशान वर्तमान में कनाडा पुलिस की कस्टडी में है और भारत सरकार उसके प्रत्यर्पण की दिशा में जरूरी कूटनीतिक और कानूनी कदम उठाने की तैयारी कर रही है।
जीशान अख्तर का नाम इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस में पहले भी सामने आ चुका है। वह भारत के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क का सक्रिय सदस्य है और विशेष रूप से हत्या जैसे मामलों में शूटर्स को मैनेज करने का काम करता है। पुलिस जांच में यह भी साफ हुआ है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या को अंजाम देने वाले शूटर्स का संचालन भी जीशान ही कर रहा था।
जीशान अख्तर का असली नाम मोहम्मद यासीन अख्तर है और वह पंजाब के जालंधर का रहने वाला है। यह वही व्यक्ति है जिसे 2022 में पंजाब पुलिस ने पहले भी गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में वह छूट गया और देश से भाग निकला। हत्या की साजिश में शामिल रहने के स्पष्ट सबूत सामने आने के बाद भारतीय एजेंसियां लगातार उसकी तलाश कर रही थीं।
मुंबई के बांद्रा इलाके में 12 अक्टूबर 2024 को एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस अपराध ने महाराष्ट्र की राजनीति और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे। जांच में सामने आया कि तीन प्रोफेशनल शूटर—धर्मराज कश्यप, गुरमेल बलजीत सिंह और शिवकुमार गौतम—को हत्या की साजिश में शामिल किया गया था, और इन तीनों के संचालन की जिम्मेदारी जीशान अख्तर के हाथ में थी। यही नहीं, हत्या के लिए हथियारों की आपूर्ति और फंडिंग का भी प्रबंध उसी ने किया था।
जीशान के कनाडा में पकड़े जाने की खबर से न केवल मुंबई पुलिस को बड़ी राहत मिली है, बल्कि यह संकेत भी मिला है कि लॉरेंस बिश्नोई जैसे गैंग के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में भारत लगातार आगे बढ़ रहा है। अब देखना यह होगा कि कनाडा में जीशान के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है और क्या उसे भारत लाकर पूछताछ के लिए सौंपा जा सकेगा।
इस गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियां उम्मीद कर रही हैं कि इस केस के और भी कई परतें अब खुलेंगी, जिससे ना केवल हत्या के पीछे के राजनीतिक या गैंगवार एंगल का खुलासा हो सकेगा, बल्कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग की भारत और विदेशों में सक्रियता पर भी नकेल कसी जा सकेगी।