अवध ओझा पटपड़गंज से तो मनीष सिसोदिया जंगपुरा से लड़ेगें चुनाव
आप की दूसरी सूची में आ सकते हैं नाम
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,एक नहीं अनेक आरोपों से घिरी आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनावों के लिए पहली लिस्ट निकाल दूसरी पार्टियों पर मानसिक रूप से दबाव बनाने में जहां सफल रही है वहीं पार्टी नें यह संकेत भी देने का प्रयास किया है कि चुनावी मुहिम में हम सबसे आगे है | पार्टी की रणनीति जल्द से जल्द अपने उम्मीदवार घोषित करने की है इसके पीछे दो वजह हैं एक तो घोषित प्रत्याशी को क्षेत्र में घूमने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा दूसरे क्षेत्र से उसके बारे में सकारात्मक या नकारात्मक रिपोर्ट भी पार्टी तक पहुंच जायेगी | समझ गए ना आप यानी नकारात्मक रिपोर्ट वाले प्रत्याशियों को बदला भी जा सकता है इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता | पार्टी भले ही सभी सत्तर सीटें जीतने का दंभ भर रही हो लेकिन पार्टी के रणनीतिकार चालीस का आंकड़ा पार करने की जुगत में ही लगे है |
इसमें कोई दिस दैट नहीं है कि पार्टी की इस चुनाव में ना तो पिछले वाली हवा है और ना ही उससे पिछले वाले चुनाव की तरह शांत आंधी लेकिन पहले वाले चुनाव से पार्टी आज भी बेहतर हालात में है यानी 28 से ज्यादा ,जैसा कि आप जानते हैं सत्ता में आने के लिए जुगाड़ तो 36 का ही करना पड़ेगा और उसके लिए भाजपा हो या आम आदमी पार्टी दोनों ही भयंकर रूप से सक्रिय हैं वहीं कांग्रेस अभी न्याय यात्रा में व्यस्त है और जनता की नब्ज टटोल रही है | यह बात ठीक है जनता बदलाव चाहती है लेकिन रेवड़ियों के साथ, और इसिलिये भाजपा हो या कांग्रेस रेवड़ियों की घोषणा कर रही हैं | कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र यादव नें तो आज यहाँ तक घोषणा कर दी यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो चार सौ युनिट बिजली मुफ्त कर देगी | जिस गज्जक की बात हम कल कर रहे थे आ गई ना आज मार्किट में | देखना है जनता को कौनसी रेवड़ी पसंद आती है |
अब बात हैडलाइन की भी कर लेते हैं अवध ओझा शिक्षा के क्षेत्र में एक जाना पहचाना और बड़ा नाम आप पार्टी की टोपी पहन चुके है | कांग्रेसी परिवार से ताल्लुक रखने वाले अवध सर को बड़े सरजी का आशीर्वाद मिल गया है यानी चुनाव तो लड़ेगें ही भले ही परिणाम कुछ भी रहे ,दरअसल जिस सीट से पार्टी उन्हें चुनाव लडवाना चाहती है वहां से पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी पिछले चुनाव में भाजपा नें कड़ी टक्कर दी थी | और सिसोदिया का जेल यात्रा के बाद अब वहां से लड़ना खतरे से खाली नहीं है यह भांप उन्होंने अपना स्टेरिंग जंगपुरा की तरफ घुमा लिया है | पता नहीं क्या समझ कर पार्टी अवध ओझा को पड़पड़ गंज भेज रही है वैसे भी यहाँ से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा या नसीब सिंह जैसे कद्दावर नेता चुनाव लड़ सकते है जो निश्चित रूप से पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ने की क्षमता रखते हैं ,दावा रवि नेगी का भी मजबूत है और लोगो की सहानुभूति भी उनके साथ है | आज बस इतना ही ….