रांची में मेन रोड स्थित एक मंदिर में हनुमान की मूर्ति खंडित करने के बाद हंगामा खड़ा हो गया। असामाजिक तत्वों द्वारा मूर्ति खंडित करने की जानकारी उस वक्त मिली जब मंदिर के पुजारी पूजा करने के लिए मंदिर पहुंचे। सूचना पाकर बड़ी तादात में मल्लाह टोली के रहने वाले लोग सड़कों पर आ गए। उधर, असामाजिक तत्वों द्वारा हनुमान भगवान की मूर्ति खंडित करने और लोगों की भीड़ सड़कों पर आने की सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने समझ-बुझाकर उन्हें शांत कराया। हंगामा कर रहे लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस पर भी सवाल खड़े किए। लोगों का आरोप है कि दुर्गा पूजा को लेकर पुलिस हाई अलर्ट पर है, उसके बाद भी असामाजिक तत्वों ने इस तरह की घटना को अंजाम दे दिया। एसएसपी रांची किशोर कौशल ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के जरिए पूरे मामले की जांच की जा रही है। मंदिर में मूर्ति को कथित रूप से खंडित करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह व्यक्ति घटना में शामिल पाया गया है। सुरक्षा के लिहाज से पूरे इलाके में पर्याप्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। बता दें कि, मूर्ति खंडित करने की यह घटना मेन रोड स्थित मल्लाह टोली की है। उधर, पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों की तलाश में सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। पुलिस का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार आरोपित से भी पूरे प्रकरण में पूछताछ की जा रही है। इस मामले पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य सरकार को चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि जब से झारखंड में परिवारवाद की पार्टी सत्ता में आई है, वोट बैंक और तुष्टिकरण करने वाले सत्ता में आए हैं तब से हिंदुओं के आस्था पर रोजाना हमला करवा रही है। रांची जो राज्य का हृदय स्थल है, वहां लगातार इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है। यह साफ झलकता है कि राज्य में यह सरकार आजरक्ता फैलाने का काम कर रही है। रघुवर दास ने कहा कि मैं सरकार राज्य सरकार को चुनौती देता हूं कि बहुसंख्यक समाज के खिलवाड़ ना करें जिस तरह जिहादी समाज के मनोबल बढ़ा हुआ है। जिस तरह हिंदू लड़कियों आदिवासी लड़कियों के साथ दुष्कर्म की घटना आस्था के मंदिरों पर हमला करना इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा राज्य सरकार ना दे। बहुसंख्यक को सरकार चुनौती ना दे नहीं तो आने वाले दिनों में सरकार का परिणाम बुरा होगा।