NIA के कार्यक्रम में अमित शाह बोले, ‘सिर्फ आतंकवाद ही नहीं, बल्कि पूरे इकोसिस्टम को ध्वस्त करना होगा’
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार के कड़े निर्णयों की वजह से जम्मू-कश्मीर, नक्सल प्रभावित इलाकों और पूर्वोत्तर में हिंसा में कमी लाने में बड़ी सफलता मिली है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गुरुवार (05 अक्टूबर) को नई दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के तीसरे दो-दिवसीय आंतकवाद रोधी सम्मेलन (Anti-Terror Conference) का उद्घाटन किया.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए गृह मंत्री शाह ने कहा, ”मोदी सरकार (Modi Government) केवल आतंकवाद (Terrorism) ही नहीं, बल्कि इसके पूरे इकोसिस्टम का ही समूल नाश करने की मुहिम में जुटी है. इसके लिए आतंकवाद रोधी सभी एजेंसियों को कठोर रुख अपनाना बेहद जरूरी है ताकि कोई नया आंतकवादी संगठन नहीं बन सके.”
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार के कड़े निर्णयों की वजह से जम्मू-कश्मीर, नक्सल प्रभावित इलाकों और पूर्वोत्तर में हिंसा में कमी लाने में बड़ी सफलता मिली है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वैश्विक से लेकर जमीनी स्तर तक सहयोग और देश के भीतर विभिन्न राज्यों की भागीदारी की जरूरत है.
गृह मंत्री अमित शाह ने कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य की एजेंसियों ने पिछले 9 सालों में देश में आतंकवाद के सभी स्वरूपों पर मजबूती से नकेल कसने में सफलता प्राप्त की है. सिर्फ आतंकवाद ही नहीं बल्कि इसके पूरे इकोसिस्टम को ध्वस्त करने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि आतंक के खात्मे के लिए NIA के तत्वाधान में एक मॉडल एंटी टेरोरिज्म स्ट्रक्चर का गठन करना होगा. इसके लिए सभी राज्यों में एंटी-टेरर एजेंसियों की अनुक्रम, ढांचा और जांच आदि को लेकर बनाई जाने वाली एसओपी एक समान निर्धारित करनी होगी. इससे केंद्र और राज्यों की एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित हो सकेगा.
‘कॉमन ट्रेनिंग मॉड्यूल बनाने की दिशा में काम करना होगा’
गृह मंत्री ने कहा कि एक कॉमन ट्रेनिंग मॉड्यूल बनाने की दिशा में काम करना होगा, जिससे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की कार्यपद्धति में एकरूपता लाई जा सकेगी. उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 5 सालों में कई बड़े डेटाबेस तैयार किए हैं. केंद्र और राज्य की सभी एजेंसियों को इनका बहुआयामी उपयोग करना चाहिए, तभी हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सफल हो सकेंगे.
आतंकवाद पर प्रहार करना होगा
अमित शाह ने कहा कि डेटाबेस का उपयोग जांच, मुकदमा, रोकथाम और कार्रवाई के लिए करना चाहिए. एनआईए, एटीएस और एसटीएफ का काम सिर्फ जांच करना नहीं है, बल्कि इन्हें जांच के दायरे से बाहर निकलकर ऑउट ऑफ द बॉक्स सोच के साथ आतंकवाद पर प्रहार करने की दिशा में काम करना चाहिए.
आतंकवाद पर प्रहार करना होगा
अमित शाह ने कहा कि डेटाबेस का उपयोग जांच, मुकदमा, रोकथाम और कार्रवाई के लिए करना चाहिए. एनआईए, एटीएस और एसटीएफ का काम सिर्फ जांच करना नहीं है, बल्कि इन्हें जांच के दायरे से बाहर निकलकर ऑउट ऑफ द बॉक्स सोच के साथ आतंकवाद पर प्रहार करने की दिशा में काम करना चाहिए.
आतंक के खिलाफ मिलकर काम करने की जरूरत
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में ग्लोबल से गांव तक और देश के विभिन्न राज्यों से लेकर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के साथ काम करने की जरूरत है. मोदी सरकार ने क्रिप्टो, हवाला, टेरर-फंडिंग, संगठित अपराध सिंडिकेट, नार्को-टेरर लिंक्स जैसी सभी चुनौतियों पर सख्त रुख अपनाया है, जिसके बहुत अच्छे परिणाम सामने आए हैं, लेकिन अभी भी काफी कुछ करना बाकी है.
उत्कृष्ट सेवाओं के लिए अफसरों को किया सम्मानित
गृह मंत्री ने कहा कि हम सभी को मिलकर एक ऐसे तंत्र की रचना करनी चाहिए जो आने वाले दशकों तक इस बहुआयामी लड़ाई के खिलाफ देश को सामर्थ बनाए. गृह मंत्री ने NIA के अधिकारियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए मेडल प्रदान कर सम्मानित भी किया.