रामनगरी अयोध्या में आज 11 भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और आठ उपमुख्यमंत्री पहली बार एक साथ रामलला के दर्शन के लिए आएंगे। उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी होंगे। राममंदिर निर्माण को लेकर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद वह पहली बार अयोध्या आ रहे हैं। इसके पहले राम मंदिर आंदोलन के दौर में वर्ष 1991 में उत्तर प्रदेश सहित चार राज्यों म.प्र., राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों का यहां एक साथ दौरा हो चुका है। तब और अब की परिस्थितियां पूरी तरह से भिन्न हैं। वह दौर संघर्ष का था तो अब उन सभी चुनौतियों से उबर कर नया इतिहास रचने का समय है। अयोध्या के नये इतिहास में इन मुख्यमंत्रियों के एक साथ आगमन की इबारत भी जोड़ी जाएगी।
काशी विश्वनाथ मंदिर कारीडोर के अनावरण समारोह के बाद मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में हिस्सा लेने के बाद यह सभी मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री वाराणसी से लखनऊ जा चुके हैं। यह सभी बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे हवाई मार्ग से चलकर अयोध्या हवाई पट्टी पहुंचेंगे। यहां से उन सभी को हाइवे स्थित होटल लाया जाएगा। यहां विश्राम के बाद सभी वीवीआईपी सरयू दर्शन के लिए जाएंगे। यहां के बाद रामपैड़ी का अवलोकन करेंगे। पुन: वह सभी हनुमानगढ़ी में आराध्य का दर्शन करेंगे। दूसरी पाली में रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के दरबार में हाजिरी लगाकर कृतकृत्य होंगे। परिसर में उनका स्वागत ट्रस्ट की ओर से किया जाएगा और दर्शन के उपरांत राम मंदिर निर्माण की प्रगति से भी अवगत कराया जाएगा।