AAP सांसद राघव चड्ढा ने की चुनाव आयोग से मुलाकात, BJP के खिलाफ की सख्त कार्रवाई की मांग
आप सांसद राघव चड्ढा ने बीजेपी पर सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भ्रामक और अपमानजनक सोशल मीडिया अभियान चलाने का आरोप लगाया था. इसी मामले को लेकर वे चुनाव आयोग से मिले हैं.
दिल्ली में सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने चुनाव आयोग (Election Commission) से मुलाकात की. राघव चड्ढा ने कुछ दिनों पहले बीजेपी पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के खिलाफ भ्रामक और अपमानजनक सोशल मीडिया अभियान चलाने का आरोप लगाया था. इसी मामले को लेकर चुनाव आयोग से मिले हैं. राघव चड्ढा ने कहा कि पहला दरवाजा चुनाव आयोग का होता है. हमें पूरा विश्वास है कि चुनाव आयोग हमारी शिकायत का संज्ञान लेते हुए उचित से उचित कार्रवाई करेगा.
आप सांसद ने आगे कहा, “लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, आईपीसी की धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम का उल्लंघन हुआ है. इस उल्लंघन के संदर्भ में सोमवार को आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है.”
‘केजरीवाल की छवि खराब करने की कोशिश’
गौरतलब है कि बीते बुधवार को राघव चड्ढा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि बीजेपी पिछले कुछ दिनों से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भ्रामक और अपमानजनक सोशल मीडिया अभियान चला रही है. बीजेपी सोशल मीडिया के जरिए सीएम केजरीवाल की छवि और इमेज को खराब करने की कोशिश कर रही है. आम आदमी पार्टी चुनाव आयोग में इसकी शिकायत करेगी. उम्मीद करते हैं कि चुनाव आयोग कार्रवाई करेगी.
राघव चड्ढा ने और क्या कहा था?
राघव चड्ढा ने कहा था, “बीजेपी चरित्र हनन पर जीवित है, यह चरित्र हनन पर पलती है. नेहरू से लेकर केजरीवाल तक, बीजेपी ने किसी को भी चरित्र हनन से नहीं बख्शा है. वे अपनी छवि तो नहीं सुधारते, लेकिन दूसरों को बदनाम करते हैं.” उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के ये कृत्य देश में “स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के विचार को कमजोर कर रहे हैं”. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी चुनाव आयोग में बीजेपी के खिलाफ विस्तृत शिकायत दर्ज कराएगी.
चुनाव आयोग ने आप को भेजा था नोटिस
इससे पहले चुनाव आयोग ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी को उसके सोशल मीडिया हैंडल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई कथित अपमानजनक टिप्पणियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया और आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के आरोप का जवाब गुरुवार तक देने को कहा था. इसके बाद आप ने यह कदम उठाया था.