अध्यात्म और हिमालय संरक्षण की साक्षी बनी पांचवां धाम खतलिंग महायात्रा : प्रो.सूर्य प्रकाश सेमवाल

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प्रो.सूर्य प्रकाश सेमवाल
अध्यात्म और हिमालय संरक्षण की साक्षी बनी पांचवां धाम खतलिंग महायात्रा : प्रो.सूर्य प्रकाश सेमवाल

अध्यात्म और हिमालय संरक्षण की साक्षी बनी पांचवां धाम खतलिंग महायात्रा : प्रो.सूर्य प्रकाश सेमवाल

* महायात्रा की कार्ययोजना पर एक सम्मेलन आयोजित किया गया

नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : उत्तराखंड,हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसे हिमालयी राज्यों में इस बार आई भीषण आपदा के कारण ऐतिहासिक 41 वीं खतलिंग हिमालय जागरण महायात्रा इस बार बूढ़ा केदार,आदि केदार वेलेश्वर,माँ राज राजेश्वरी धाम चूलागढ़,रानीगढ़,चंद्रेश्वर,बगुलामुखी शक्तिपीठ,भिल्लेश्वर महादेव धाम और सोमेश्वर पीठ जैसे धार्मिक स्थलों की आध्यात्मिक यात्रा सिद्ध हुई। अस्सी के दशक में पृथक उत्तराखंड राज्य के जनक हिमालय गौरव इंद्रमणि बडोनी द्वारा भगवान शंकर के सिद्धपीठ खतलिंग को “पांचवां धाम बनाने के संकल्प से प्रवर्तित खतलिंग महायात्रा को पर्यावरणविद् पद्मविभूषण सुंदरलाल बहुगुणा की प्रेरणा से 2015 से प्रत्येक वर्ष हिमालय दिवस पर दिल्ली से खतलिंग हिमालय जागरण महायात्रा के रूप में संचालित किया जाता है। 41 वीं हिमालय जागरण महायात्रा 03 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली के पालम स्थित इंडिया टाइम 24 न्यूज के कार्यालय से हिमालय संरक्षण पर एक गोष्ठी के उपरांत देहरादून के लिए रवाना हुई।

यात्रीदल में पर्वतीय लोकविकास समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो.सूर्य प्रकाश सेमवाल के नेतृत्व में सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ.रामकृष्ण भट्ट,वरिष्ठ पत्रकार व्योमेश जुगरान,समिति के राष्ट्रीय महासचिव कवि बीर सिंह राणा,टिहरी उत्तरकाशी जनविकास परिषद के अध्यक्ष श्री सुरेशामंद बसलियाल,समाजसेवी संजय तड़ियाल और विपिन थपलियाल सम्मिलित थे।
खतलिंग हिमालय जागरण महायात्रा का यात्रीदल 4 अक्टूबर को देहरादून पहुंचा,जहां यात्री दल ने उत्तराखंड हथकरघा एवं विकास परिषद के उपाध्यक्ष तथा पर्वतीय लोकविकास समिति के संरक्षक श्री वीरेंद्र दत्त सेमवाल के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार के वन एवं पर्यावरण तथा उच्च तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री सुबोध उनियाल से भेंट की।

श्री उनियाल ने यात्रियों को शुभकामनाएं दीं और उनसे हिमालय क्षेत्र में हो रहे पर्यावरणीय परिवर्तनों पर एक अध्ययन रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हिमालय केवल आस्था का प्रतीक नहीं,बल्कि संपूर्ण उत्तराखंड की जीवनरेखा है,जिसकी रक्षा सामूहिक जनजागरण से ही संभव है।

महायात्रा दल ने श्री उनियाल को बताया कि हमने सामूहिक रूप से संकल्प लिया है कि हिमालय संरक्षण,जल स्रोतों के पुनर्जीवन और क्षेत्रीय तीर्थाटन के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।

देहरादून में वरिष्ठ पत्रकार श्री तेजराम सेमवाल, द्वारी के क्षेत्र पंचायत सदस्य श्री लक्ष्मी प्रसाद और इंजीनियर अनिल प्रसाद के साथ टिहरी और घनसाली से एडवोकेट लोकेंद्र दत्त जोशी के सहित स्थानीय यात्रियों के साथ महायात्रा बाल गंगा घाटी की ओर बढ़ी। आदि केदार माने जाने वाले केमर स्थित वेलेश्वर महादेव के सिद्धपीठ,बूढ़ा केदार के पवित्र धाम और इसके बाद बालखिल्य पर्वत की उपत्यका में विद्यमान सिद्धपीठ चूलागढ़ में माँ राज राजेश्वरी के सिद्धपीठ पहुंचा। इन दिनों मंदिर समिति के अध्यक्ष आचार्य नलिन भट्ट और महासचिव भास्कर नौटियाल की देखरेख में मंदिर के भव्य जीर्णोद्धार का कार्य प्रगति पर चल रहा है।
यहां से खतलिंग हिमालय जागरण महायात्रा का यात्रीदल विभिन्न छोटे मंदिरों और सुरम्य पर्यटन स्थलों का स्पर्श करता हुआ घनसाली पहुंचा जहां इंद्रमणि बडोनी कला एवं साहित्य मंच के सहयोग से होटल वसुलोक में गोष्ठी के उपरांत साहित्य,शिक्षा,मीडिया,कृषि और पर्यावरण से जुड़े कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया।
घनसाली से यात्री दल मानचंपु मंदिर,भगवती रानीगढ़ के दर्शन करता हुआ भिलंग पट्टी के चंद्रेश्वर महादेव मंदिर,सिद्धपीठ बगुलामुखी, बुगीलाधार, भिल्लेश्वर महादेव पीठ और देवलिंग से होते हुए अंत में खतलिंग की गोद में बसे तिब्बत सीमा से सटे सीमांत गंगी गाँव स्थित सोमेश्वर महाराज के सिद्धपीठ पहुंची।

भगवान सोमेश्वर के दर्शनों के उपरांत घुत्तू भिलंग में स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी जी द्वारा स्थापित श्री नवजीवन आश्रम इंटर कॉलेज घुत्तू में इंद्रमणि बडोनी जी की विशाल प्रतिमा में माल्यार्पण और पुष्प अर्पण के साथ 41 वीं ऐतिहासिक खतलिंग हिमालय जागरण महायात्रा पूर्ण हुई।

महायात्रा के उपरांत घुत्तू विद्यालय में भविष्य में महायात्रा की कार्ययोजना पर एक सम्मेलन आयोजित किया गया। पर्वतीय लोकविकास समिति के अध्यक्ष प्रो.सूर्य प्रकाश सेमवाल मुख्य अतिथि थे और अध्यक्षता जिला पंचायत सदस्य श्री विजय लाल ने की। इस अवसर पर श्री नवजीवन आश्रम इंटर कॉलेज घुत्तू के प्रधानाचार्य श्री नारायण लाल शाह, गंगी गांव के शिक्षक श्री वर सिंह राणा,नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों सर्वश्री गजेन्द्र पैन्यूली, शिव सिंह राणा,शौकीन सिंह भंडारी और आचार्य जगदंबा भट्ट का सम्मान किया गया। सम्मेलन में आगंतुकों का स्वागत पर्वतीय लोकविकास समिति के महासचिव कवि बीर सिंह राणा और संचालन युवा सामाजिक कार्यकर्ता श्री सुरजीत चौहान ने किया।

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