Pune Communal Violence: पुणे के यवत में आपत्तिजनक पोस्ट से भड़का सांप्रदायिक तनाव, दो गुटों में झड़प, पुलिस ने किया लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल
महाराष्ट्र के पुणे जिले के दौंड तालुका स्थित यवत इलाके में शुक्रवार को उस समय हालात तनावपूर्ण हो गए जब एक आपत्तिजनक व्हाट्सऐप पोस्ट को लेकर दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। देखते ही देखते मामला बिगड़ गया और उग्र भीड़ ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
इस सांप्रदायिक तनाव की एक बड़ी वजह 26 जुलाई को यवत स्थित नीलकंठेश्वर मंदिर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के साथ हुई कथित छेड़छाड़ को भी बताया जा रहा है। इसी घटना को लेकर शुक्रवार को स्थानीय लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट वायरल हुई, जिसके चलते दो गुट आमने-सामने आ गए और स्थिति हिंसक हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उग्र भीड़ ने सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की और कई वाहनों को आग लगा दी। देखते ही देखते इलाके में अफरा-तफरी फैल गई। हिंसा को बढ़ता देख पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
पुणे ग्रामीण पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले युवक को हिरासत में ले लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन और खुफिया एजेंसियां पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया के दुरुपयोग और धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ के खतरनाक परिणामों की ओर इशारा किया है।



