भाजपा की सूची आने के बाद आप पार्टी बदल सकती है कुछ चेहरे
चर्चा है करीब आधा दर्जन जा सकते हैं बदले
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली , हेडलाइन पढकर चौंक गए ना आप ,जी हाँ यह बिलकुल सही है यकीन नहीं आ रहा तो कुछ दिन इन्तजार कीजिये और देख लेना हमारे सूत्रों में कितना दम है | जिस विषय पर हम चर्चा कर रहे हैं वैसे तो इसकी बुनियाद पहले से ही पड़ चुकी है मटिया महल तथा महरौली में पार्टी इसकी शुरुवात कर भी चुकी है लेकिन यह कहानी यहीं खत्म होती नहीं दिख रही | वैसे तो पार्टी अपने घोषित कुछ प्रत्याशियों को पहले ही बाहर का रास्ता दिखाना चाहती थी लेकिन बगावत के पनपते सुरों का आभास पार्टी को हो गया था और पार्टी को लग रहा था यदि ज्यादा तादाद में एक साथ टिकिट काट दिए गए तो वे लोग बागी हो दूसरी पार्टियों के झंडे उठा लेंगे और दो तीन नें किया भी ऐसा, लिहाजा पार्टी नें अपनी रणनीति के तहत उन्हें टिकिट थमा दिया लेकिन मौका मिलते ही पार्टी चौका मार उन्हें सीमा रेखा के भीतर कैच आउट करने से नहीं चूकने वाली इस सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता | एक के बाद घोषणा करने के बाद पार्टी नें अपनी जीत की सम्भावनाओं की नब्ज भी टटोली है ,इसमें कोई दो राय नहीं कि केजरीवाल की घोषणाओं के बाद ना केवल पार्टी का ग्राफ बढ़ा है बल्कि कुछ नाकारा विधायकों को भी उनसे फायदा पहुंचा है |
बावजूद इसके करीब आधा दर्जन ऐसे प्रत्याशी सामने आ रहे हैं जिनकी टिकिट पर अभी भी तलवार लटक रही है या योँ कहिये अरविन्द उन मजबूरियों से अब पल्ला झाड़ने का मूड भी बना चुके है | वैसे तो हमारी पकड़ में कुछ नाम आ गए है जिनमे एक बड़ा नाम भी है , जिनके पत्ते कटने की सम्भावना बनती दिख रही है लेकिन इसकी चर्चा हम भाजपा की सूची देखने के बाद ही करना चाहेगें | वैसे भी हमारे इनमे से कुछ से तो बेहद करीबी सम्बन्ध है और कुछ से रहे हैं | जिन्हें हम खराब नहीं करना चाहते , समझ गए ना आप यह पार्टी का इंटरनल मामला है जिस दिन बदले जाने की सूचना आएगी उसे आपसे साझा करना हमारा कर्तव्य बनता है जिसे हम हमेशा ईमानदारी से निभाते हैं | अकेले पूर्वी दिल्ली और उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से कम से कम तीन घोषित प्रत्याशियों के बदले जाने की चर्चा है ,अब हमसे नाम नहीं पूछना और कुछ दिन का इन्तजार कीजिये सब कुछ आपके सामने होगा बस उस दिन याद कर लीजियेगा हमने आपको क्या बताया था | आज बस इतना ही …