Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है. इस बीच एनसीपी के मुखिया अजित पवार ने बारामती विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजित पवार भावुक हो गए. इसके साथ ही उन्होंने शरद पवार पर परिवार में फूट डालने का आरोप भी लगाया.
अजित पवार ने कहा, “मुझे बाद में एहसास हुआ कि मुझे सुनेत्रा को सुप्रिया के खिलाफ खड़ा नहीं करना चाहिए था. मुझसे गलती हो गयी. मैं सहमत हूं मैंने पहले भी माफी मांगी थी. लेकिन लोगों ने फैसला कर लिया था.” अजित पवार ने अपने भाषण में कहा कि ताई को लोकसभा और दादा को विधायक चुना जाना चाहिए.
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा, “उन्हें (शरद पवार) को चुनाव से पहले अपने घर को ठीक से देख लेना चाहिए. मैं यह जानबूझ कर कह रहा हूं क्योंकि मेरा खुद का घर साफ-सुथरा नहीं है. इसलिए मुझे बोलते समय बहुत सोच-विचार करना पड़ता है. लेकिन आपको चुनव के वक्त अपने क्षेत्र में काम करना चाहिए. आचार संहिता से पहले आपको 9 हजार करोड़ का भुगतान किया जा चुका है.”
‘घर में सामंजस्य नहीं’
अजित पवार ने आगे कहा, “इस बार गलती किसने की? पता था कि मैं पहले फॉर्म भरूंगा. तो आपने फॉर्म क्यों भरा? इस साल किसने गलती की? मैंने बात की तो पता चला कि ‘साहेब’ (शरद पवार) ने उनसे फॉर्म भरवा लिया है. यदि हां, तो तात्यासाहब का घर किसने तोड़ा? मां कह रही थी दादा के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं दे. फिर उम्मीदवार क्यों दिया? घर में सामंजस्य नहीं था. घरेलू झगड़े चार दीवारों के भीतर होने चाहिए. जब रिश्तेदार मिलजुल कर रहेंगे तो घर आगे बढ़ेगा.”
‘इस बार भावुक नहीं होना है’
पिछली बार आप मतदाता भावुक हो गए थे. इस समय भावुक न हों. भावुक होने से समस्याएं हल नहीं होतीं. विकास से समस्याएं हल होती हैं. मैं सभी समाज को एक साथ लेकर चलता हूं. बारामती मे मस्जिद को 40 लाख रुपये दिए.
अजित पवार के सामने युगेंद्र पवार को उतारा
बता दें कि बारामती विधानसभा सीट पर विधानसभा चुनाव में भी मुकाबला पवार बनाम पवार होने वाला है. यहां से एनसीपी प्रमुख अजित पवार चुनावी मैदान में हैं, जबकि यहां से उनके खिलाफ शरद पवार ने पोते युगेंद्र पवार को अपना प्रत्याशी बनाया है.