बॉर्डर पर नये बस अड्डे बनने से दूसरे राज्यों की बसे एंट्री नहीं सकेगीं शहर में : अरुण तोमर
* जाम से मिलेगी राहत
नई दिल्ली ( शिवा कौशिक ) : दिल्ली की सीमा पर तीन नए आईएसबीटी बनने जा रहे हैं। इनके बनने से बाहरी राज्यों की 2000 बसें दिल्ली शहर के अंदर नहीं आ पाएंगी। इससे प्रदूषण कम होगा और ट्रैफिक जाम से भी राहत मिलेगी। इन तीनों आईएसबीटी को टीकरी बॉर्डर, नरेला और द्वारका 21 पर बनाया जाएगा। इसी विषय पर बात करते हुए घोड़ा विधानसभा से आम आदमी पार्टी के संगठन मंत्री अरुण तोमर ने कहा कि दिल्ली की जनता को साफ एवं स्वच्छ हवा देने की तरफ दिल्ली सरकार का यह बहुत बड़ा कदम है और इस फैसले को लेने के लिए मैं दिल्ली की जनता की तरफ से दिल्ली सरकार का धन्यवाद भी करता हूं।
अरुण तोमर ने बताया कि दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल दोनों की ओर से इस पर सहमति है और दोनों के प्रयासों से ही यह योजना आगे बढ़ रही है। अरुण तोमर ने बताया कि गत दिनों एलजी वी के सक्सेना की अध्यक्षता में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की मौजूदगी में हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह साफ कर दिया गया कि इन मुद्दे पर तेजी से काम किया जाए। अरुण तोमर ने आगे कहा कि दिल्ली को तीन नए आईएसबीटी मिलने से कई फायदे है जैसे दूसरे राज्यों की बसों का दिल्ली शहर के अंदर प्रवेश नहीं होगा जिससे प्रदूषण कम होगा क्योंकि जब बसों की संख्या कम हो जाएगी तो प्रदूषण भी कम होगा, इसके साथ साथ दिल्ली में लगने वाले जाम और खासतौर पर कश्मीरी गेट इलाके में लगने वाले घंटों के जाम से लोगों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। अरुण तोमर ने बताया कि इन परियोजनाओं पर परिवहन विभाग के अंतर्गत दिल्ली ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन (डीटीआईडीसी) इस पर काम कर रहा है और इन तीनों को पीपीपी (सार्वजनिक निजी भागीदारी) मोड में डीएमआरसी के माध्यम से चलाए जाने की योजना है।
अरुण तोमर ने आगे कहा कि दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए और दिल्ली में लगातार लगने वाले कई घंटों के जाम को कम करने के लिए लिया गया दिल्ली सरकार का यह कदम बहुत ही बेहतरीन और प्रशंसनीय है। अरुण तोमर ने कहा कि भले ही इस काम को पूरा होने में थोड़ा समय लगेगा लेकिन एक बार जब यह काम हो जाएगा तो प्रदूषण और जाम की जिस समस्या से दिल्ली वासी कई सालों से जूझ रहे थे प्रदूषण और जाम की उस समस्या से दिल्लीवासियों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी।