लोकतंत्र की लगातार हत्या कर रही है भाजपा सरकार : श्री दत्त शर्मा
* उपराज्यपाल को शक्तियाँ दे पंगू बनाया सरकार को
– शिवा कौशिक –
नई दिल्ली , राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली के उपराज्यपाल की शक्तियां बढ़ा दी हैं। अब उपराज्यपाल (एलजी) राजधानी में अथॉरिटी, बोर्ड, कमीशन या वैधानिक निकाय का गठन कर सकेंगे। इसके अलावा वे इन सभी बॉडीज में मेंबर्स की नियुक्ति भी कर सकेंगे। इससे पहले यह अधिकार दिल्ली सरकार के पास थे। गृह मंत्रालय ने एलजी की शक्तियां बढ़ाने से जुड़ा नोटिफिकेशन जारी किया। दिल्ली में एलजी की बढ़ी ताकत के फैसले पर बात करते हुए घोड़ा विधानसभा से आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक श्री दत्त शर्मा ने कहा कि एलजी को दिल्ली में ज्यादा ताकत देने का फैसला बहुत ही गलत फैसला है और पूरी आम आदमी पार्टी इस फैसले का विरोध करती है। श्री दत्त शर्मा ने कहा की एलजी को अधिक ताकत देने का फैसला देश के लोकतंत्र पर वार करना है।
श्री दत्त शर्मा ने कहा कि हमारा देश लोकतांत्रिक देश है, हमारे देश में लोकतंत्र के द्वारा देश की, हर राज्य की सरकार चुनी जाती है, जिस राजनीतिक पार्टी पर लोगों को भरोसा होता है, जिस राजनीतिक पार्टी पर लोगों को यह विश्वास होता है कि उसके नेता जनता की समस्याओं को सुनकर उन समस्याओं को हल करेंगे उस राजनीतिक पार्टी को जनता अपना बहुमत देकर देश की या किसी भी राज्य की सत्ता पर बैठाती है, श्री दत्त शर्मा ने कहा कि यह हुई लोकतांत्रिक प्रणाली, अब आप मुझे यह बताइए कि यह किस तरीके की प्रणाली है कि जिस राज्य की जनता ने एक राजनीतिक पार्टी को अपना बहुमत देकर सत्ता पर बिठाया है कि यह राजनीतिक पार्टी उनके राज्य में विकास के काम करेगी उस राजनीतिक पार्टी से उसके अधिकारों को छीन कर एलजी को उस राजनीतिक पार्टी के अधिकार दे दिए जाते है?
श्री दत्त शर्मा ने कहा उस राजनीतिक पार्टी का क्या अर्थ रहा जिसको राज्य की जनता ने अपना बहुमत देकर सत्ता पर बिठाया है, इसका मतलब तो यह हुआ कि देश के संविधान के तहत लोकतांत्रिक प्रणाली से चुनी हुई पार्टी के ऊपर भी भाजपा ने तानाशाही तरीके से अपना हक जताने के लिए उस एलजी को अधिक ताकत दे दी जो भाजपा के इशारों पर काम करते है। श्री दत्त शर्मा ने कहा कि यह कहा का न्याय है की जिस पार्टी को जनता ने चुना है उसके पास कोई अधिकार है ही नहीं वह कुछ करेगी नहीं और उस राजनीतिक पार्टी के अधिकार एलजी को दे दो। श्री दत्त शर्मा ने कहा की इसका सीधा सीधा यही अर्थ है की भारत देश में संविधान के लोकतंत्र से बड़ा भाजपा की तानाशाही हो गई।