135 रुपये की सैलरी पर करते थे काम, फिर अमिताभ बच्चन के शो से मिली पहचान, बन गए हिंदी सिनेमा के मशहूर गीतकार
आज हम आपको हिंदी सिनेमा के ऐसे गीतकार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंन अपने करियर की शुरुआत एक रेडियो चैनल से की थी.
आज हम आपको हिंदी सिनेमा के ऐसे गीतकार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंन इंडस्ट्री में नाम कमाने के लिए काफी संघर्ष किया. गीतकार ने अपने करियर की शुरुआत इलाहाबाद के एक रेडियो चैनल से की थी. उस वक्त इन्हें 135 रुपये महीने की सैलरी मिलती थी.
700 रुपये लेकर आए थे मुंबई
इसके बाद वह मुंबई अपने सपनों को पूरा करने के लिए आए. उस वक्त उनके जेब में सिर्फ 700 रुपये थे. यहां उनकी मुलाकात संगीतकार अनूप जलोटा से हुई. अनूप ने उन्हें भजन लिखने का काम दिया, जिसके लिए उन्हें 300 रुपये मिले थे.
अमिताभ के शो से मिली पहचान
हालांकि, इसके बाद भी गीतकार के संघर्ष के दिन खत्म नहीं हुए थे और वह फुटपाथ पर अपनी रातें बिता रहे थे. उनका स्ट्रगल जारी ही था कि एक दिन उनके किस्मत की घंटी बजी और एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट उनके हाथ लगा.
आज हैं मशहूर गीतकार
ये किस्सा है साल 2005 का जब गीतकार को अमिताभ बच्चन के टीवी रिएलिटी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में लिखने का मौका मिला. इसके बाद उन्होंने टीवी के कई रियलिटी शोज डियाज गॉट टैलेंट, झलक दिखला जा और इंडियन आइडल जूनियर के लिए भी काम किया.
कई बड़े सेलेब्स के लिए लिखे गाने
बता दें कि यहां बात बॉलीवुड के मशहूर गीतकार मनोज मुंतशिर की हो रही है. आज 27 फरवरी को वे अपना जन्मदिन सेलिब्रेट करते हैं. मनोज मुंतशिर इंडस्ट्री का एक बड़ा नाम है. उन्होंने ‘तेरी मिट्टी में मिल जावां’, ‘तेरी गलियां’, ‘कौन तुझे यूं प्यार करेगा’ जैसे कई सुपरहिट गाने लिखे हैं. मनोज ने ‘बाहुबली’ में भी अपनी कलम का जादू दिखा चुके हैं. उन्होंने फिल्म के दमदार डायलॉग्स लिखे थे.
बता दें कि गीतकार को बचपन से ही लिखने का शौक था, लेकिन उर्दू ना आने की वजह से उन्हें कवियों की किताबें समझ नहीं आती थीं. फिर एक दिन मनोज अर्दू सीखने की ठान ली और वह मस्जिद के पास से 2 रुपए की उर्दू की किताब खरीद लाए. इस 2 रुपये की किताब से उन्होंने पूरी उर्दू सीख डाली.