दिल्ली को नहीं मिल रही ठंड से राहत! 13 साल में दूसरी बार बेहद ठंडा रहा जनवरी का महीना

0
78

दिल्ली को नहीं मिल रही ठंड से राहत! 13 साल में दूसरी बार बेहद ठंडा रहा जनवरी का महीना

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुबह के वक्त घना कोहरा छाया रहा है. आईजीआई एयरपोर्ट पर दृश्यता शून्य हो गई और उड़ानें भी प्रभावित हुईं. हालांकि दिन के वक्त हल्की बारिश दर्ज की गई.

जनवरी का महीना समाप्त होने जा रहा है लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में ठंड कम नहीं हो रही है. इस महीने 30 जनवरी तक औसत अधिकतम तापमान 17.7 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि इसी अवधि में औसत न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस रहा. बीते 13 साल में यह दूसरी बार है जब जनवरी में तापमान का यह स्तर रहा है. बुधवार को राजधानी के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश (Rain) हुई. मौसम विभाग के मुताबिक आगे गरज के साथ बौछारें पड़ने और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के आसार हैं.

कनॉट प्लेस समेत केंद्रीय दिल्ली में बुधवार को हल्की बारिश हुई. मौसम विभाग के मुताबिक शाम और रात के वक्त गरज के साथ बौछारें पड़ने और हवा चलने के आसार हैं. हालांकि फुहार पड़ने से राजधानी में कोहरे से राहत मिलेगी. अधिकारियों ने बताया कि बुधवार सुबह को राष्ट्रीय राजधानी में कोहरा छाया रहा जिससे रेलगाड़ियों और विमानों का परिचालन प्रभावित हुआ.आईजीआई एयरपोर्ट पर सुबह 6.30 बजे दृश्ता शून्य रही और घना कोहरा छाया रहा. सुबह 9 बजे तक दृश्यता की स्थिति वैसी रही.

दृश्यता के कारण उड़ानें हुईं डायवर्ट

खराब मौसम के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर तीन विमानों को डायवर्ट किया गया. एक अधिकारी ने कहा कि घने कोहरे के कारण कई रेलगाड़ियां देरी से चल रही हैं. मौसम की यह स्थिति 3 फरवरी तक देखी जा सकती है क्योंकि उसके बाद पश्चिमी विक्षोभ से मौसम में आगे बदलाव के आसार हैं. उधर, बुधवार को सुबह का तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से एक डिग्री नीचे रहा.

दिल्ली में वायु गुणवत्ता बेहद खराब

इस बीच, शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक अभी भी बेहद खरीब बना हुआ है. सुबह 8 बजे एक्यूआई बेहद खराब दर्ज किया गया जो कि 370 रहा. जीरो से 50 तक एक्यूआई अच्छी मानी जाती है और 51-100 के बीच संतोषजनक, 100 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 के बीच बेहद खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर मानी जाती है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here