लालू के लिए ऐसी दीवानगी! 6 साल बाद पहुंचे छपरा, अफरातफरी में सर्किट हाउस का शीशा टूटा
लालू प्रसाद यादव सर्किट हाउस की नई बिल्डिंग में पुराने कार्यकर्ता और नेताओं से लगातार मिलजुल रहे थे. छपरा में लगभग तीन घंटे तक रहने के बाद पटना रवाना हो गए.
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) करीब छह साल के बाद बुधवार (25 अक्टूबर) को छपरा पहुंचे. लालू प्रसाद यादव अपने बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के युवा क्रांति रथ पर सवार होकर जैसे ही छपरा पहुंचे तो उनके प्रति लोगों की दीवानगी देखने को मिली. सर्किट हाउस पहुंचने पर कार्यकर्ता सेल्फी लेने लगे. भारी भीड़ के कारण सर्किट हाउस गेट का शीशा टूट गया. आम लोगों की भीड़ भी रथ के आगे सड़क पर दिखी.
दरअसल, लालू प्रसाद यादव सर्किट हाउस की नई बिल्डिंग में पुराने कार्यकर्ता और नेताओं से लगातार मिलजुल रहे थे. इसी दौरान लालू प्रसाद यादव ने करीब दो घंटे तक कार्यकर्ताओं के साथ बंद कमरे में बातचीत की. लालू यादव निजी कार्यक्रम को लेकर छपरा पहुंचे थे. छपरा में लगभग तीन घंटे तक रहने के बाद पटना रवाना हो गए.
2024 के लोकसभा चुनाव पर है पार्टी की नजर
दरअसल आने वाले समय में लोकसभा का चुनाव है. ऐसे में 2024 के चुनाव को देखते हुए आरजेडी की ओर से भी तैयारी की जा रही है. सारण लोकसभा सीट लालू की कर्मभूमि रही है. लालू प्रसाद यादव ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत छपरा से ही की थी. 29 साल में पहली बार लालू प्रसाद यादव यहां से सांसद बने थे. तब से अब तक लालू परिवार का कोई न कोई सदस्य चुनाव लड़ता रहा है. फिलहाल इस सीट पर बीजेपी के सांसद राजीव प्रताप रूडी का कब्जा है.
बता दें कि सारण सीट से लालू प्रसाद यादव लोकसभा के सदस्य रहते हुए केंद्र सरकार में रेल मंत्री भी रहे हैं. फिलहाल बीते दो लोकसभा चुनाव में आरजेडी को यहां से हार का सामना करना पड़ रहा है.
सर्किट हाउस में क्यों मची अफरातफरी?
लालू प्रसाद यादव सर्किट हाउस से निकलने लगे तो कार्यकर्ताओं की भीड़ जुट गई. इस दौरान अफरातफरी मच गई. सर्किट हाउस के गेट का शीशा टूट गया. हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ है. इस दौरान लालू ने चिल्ड्रन पार्क के कार्यों का निरीक्षण किया. शहर के अन्य विकास कार्यों की भी समीक्षा की.