कई जिलाध्यक्ष बदले जाएंगे तो कुछ के साथ बनाए जायेगें कार्यकारी अध्यक्ष,आधे से ज्यादा ब्लाक अध्यक्षों की होगी छुट्टी

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कई जिलाध्यक्ष बदले जाएंगे तो कुछ के साथ बनाए जायेगें कार्यकारी अध्यक्ष,आधे से ज्यादा ब्लाक अध्यक्षों की होगी छुट्टी
कई जिलाध्यक्ष बदले जाएंगे तो कुछ के साथ बनाए जायेगें कार्यकारी अध्यक्ष,आधे से ज्यादा ब्लाक अध्यक्षों की होगी छुट्टी

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कई जिलाध्यक्ष बदले जाएंगे तो कुछ के साथ बनाए जायेगें कार्यकारी अध्यक्ष,आधे से ज्यादा ब्लाक अध्यक्षों की होगी छुट्टी

 – अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी दीपक बावरिया  तथा प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द्र सिंह लवली की  पहल पर बनी 28 सदस्यीय पर्यवेक्षकों की टीम राजधानी दिल्ली में एक-एक विधानसभा में कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंच रही है और सन्गठन को कैसे धरातल पर मजबूत किया जाए यह जानने का प्रयास कर रही है | कांग्रेस के इस अभियान में सबसे खास बात यह है कि छोटे से लेकर बड़े तमाम कार्यकर्ताओं की बात पर्यवेक्षक ना केवल सुन रहे हैं बल्कि उन्हें नोट भी कर रहे हैं ताकि यह कसरत बेकार  ना जाए | कांग्रेस में शायद पहली बार ऐसा हो रहा है जब कार्यकर्ताओं की बात बंद कमरे में वन टू  वन सुनी जा रही है | यहाँ तक की कमरे में पर्यवेक्षकों के साथ स्थानीय पूर्व विधायक और जिला अध्यक्ष भीं नहीं होते ऐसे में कार्यकर्ता उनके खिलाफ भी अपनी बात आसानी से रख पा रहे है | उल्लेखनीय है दीपक बाबरिया नें प्रत्येक लोकसभा के लिए तीन तीन दिल्ली कांग्रेस के पर्यवेक्षक और एक-एक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का पर्यवेक्षक लगाया हुआ है जो पिछले कई दिनों से हर विधानसभा में पहुंच छानबीन में जुटे  है | हालांकि यह मापदंड बनाया गया है किस स्तर के कार्यकर्ताओं की राय जाननी है लेकिन जानकारी मिलने पर अन्य कार्यकर्ता भी पहुंच रहे हैं और अपनी दिल की बात पर्यवेक्षकों  के सामने रख रहे हैं और पर्यवेक्षक भी उनकी बात सुन रहे हैं |

मिली जानकारी के मुताबिक पर्यवेक्षक ब्लाक अध्यक्षों की कार्यशैली के साथ-साथ जिला अध्यक्षों की रिपोर्ट भी कार्यकर्ताओं से ले रहे हैं और कार्यकर्ता खुल कर अपनी बात रख रहे हैं | पर्यवेक्षकों  से मिली फीडबैक बता रही है ज्यादातर कार्यकर्ता ब्लाक अध्यक्षों और जिला अध्यक्षों की कार्यशैली से नाखुश है | ऐसे में पर्यवेक्षक कार्यकर्ताओं से ही उनके विकल्प में नाम भी मांग रहे है | माना जा रहा है यदि वास्तव में इस पर अम्ल हुआ तो कांग्रेस में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा | सूत्रों का कहना है कुछ जिलों में अध्यक्ष के साथ एक या दो कार्यकारी जिलाध्यक्ष भी लगाने की योजना पर काम चल रहा है | जबकि बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं  द्वारा घोषित नाकारा ब्लाक अध्यक्षों को बदले जाने की सम्भावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता | कार्यकर्ताओं से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के बारे में राय ली जा रही है कि आपकी विधानसभा से किस व्यक्ति को प्रदेश समिति में रखा जाना चाहिए | इस कवायद का परिणाम भले ही कुछ रहे फिलहाल तो कार्यकर्ता खुश नजर आ रहे है आखिर किसी नें तो उन्हें इतना सम्मान दिया