नालंदा में आठ घंटे के मशक्कत के बाद NDRF की टीम ने बोरवेल में फंसे बच्चे को निकाला, पूरी तरह से है ठीक
नालंदा थाना इलाके के कुल गांव में बोरवेल से बच्चे को निकलने के बाद ग्रामीण काफी खुश हैं. वहीं, स्वास्थ्य जांच के लिए अभी बच्चे को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
जिले के नालंदा थाना इलाके के कुल गांव में एक बोरवेल में तीन साल का बच्चा गिर गया था. एनडीआरएफ (NDRF) की टीम ने काफी मशक्कत कर बच्चे को अब निकाल लिया है. प्लास्टिक पाइप के सहारे बच्चे को निकाला गया. बोरवेल से निकलने के बाद बच्चे को एनडीआरएफ की टीम एंबुलेंस से इलाज के लिए अस्पताल लेकर चली गई. बच्चा बाहर निकालने के दौरान थोड़ा जख्मी हो गया है, लेकिन अभी वह बिल्कुल पूरी तरह से ठीक बताया जा रहा है. लगभग आठ घंटे के बाद बाहर निकाला गया है.
प्लास्टिक पाइप की मदद से बच्चे को निकाला गया
बच्चा को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को लगाया गया था. एनडीआरएफ की टीम ने प्लास्टिक बैग के द्वाका बच्चों को निकालने की पहली कोशिश की, लेकिन बच्चा नहीं बाहर आ सका. इसके बाद उन्होंने प्लास्टिक का पाइप और लोहे का एंगल देकर निकलने का दूसरे प्रयास किया. इसमें एनडीआरएफ की टीम सफल रही. बच्चे को बाहर निकालने के बाद गांव वालों में काफी खुशी का माहौल है.
खेत में सब्जी तोड़ने गई थी महिला
वही, गांव वालों ने जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम की प्रशंसा की. अभी बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बच्चे के साथ में उसके माता और पिता दोनों हैं. बता दें कि एक महिला अपने बच्चे के साथ बोरवेल के बगल वाले खेत में गई थी. महिला खेत से सब्जी तोड़ने लगी. इस दौरान बच्चा खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गया. महिला जब पीछे देखी तो बच्चा बोरवेल में गिरा हुआ था और रोने की आवाज आ रही थी. इसके बाद उसने घटना की सूचना ग्रामीणों को दी और फिर इसकी जानकारी प्रशासन को मिली.