राजस्थान में एक बार फिर सांप्रदायिक तनाव के हालत पैदा हो गए है। हनुमानगढ़ के भादरा कस्बे के गांव भिरानी थाना क्षेत्र के चिड़िया गांधी मे हुई 11 जुलाई को हुई गौकशी की घटना को लेकर सांप्रदायिक तनाव फैल गया है। हालात को काबू करने के लिए पुलिस प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है। इसके साथ ही इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया है। मिली जानकरी के अनुसार मृत पशु की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कुछ लोगों ने प्रदर्शन किया इस दौरान उन्होंने पथराव करने से पुलिस अधिकारी के सिर में चोट आई। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा। बीते दिनों एक महिला ने चिड़िया गांधी गांव में गोकशी की घटना देखी थी। उसने इसकी जानकारी अपने परिजनों और गौशाला संचालकों को दी। उसके बाद भिरानी पुलिस ने मांस के सैंपल लिए। 19 जुलाई को आई रिपोर्ट में मांस गाय का ही पाया गया। उसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। दूसरी तरफ ग्रामीणों ने अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर चिड़िया गांधी में धरना शुरू कर दिया। गांववालों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। इसके बाद 21 जुलाई से ही क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है। जिला पुलिस अधीक्षक अजय सिंह का कहना है कि बुधवार को जो पत्थरबाजी हुई है। उसमें हरियाणा के कुछ असामाजिक तत्व शामिल थे। इसकी जानकारी उनको पहले ही मिल चुकी थी। इसलिए पहले ही पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया था। इन असामाजिक तत्वों की करीब 20 बाइक को भी जब्त किया गया है। जिला प्रशासन ने आमजन से संयम बरतने की अपील की है। फिलहाल चिड़िया गांधी और गांधी बड़ी गांव में भारी पुलिस जाब्ता तैनात है।