Nagpur Violence: नागपुर हिंसा में 61 वाहन जले सरकार देगी मुआवजा
नागपुर में हाल ही में हुए सांप्रदायिक दंगे ने इलाके में गहरी छाप छोड़ दी है अब भी वहां दंगे के निशान देखे जा सकते हैं जगह-जगह जले हुए वाहन और तोड़फोड़ का शिकार हुई चीजें बिखरी हुई हैं प्रशासन द्वारा कराए गए पंचनामा में खुलासा हुआ है कि इस हिंसा में 61 वाहनों को नुकसान पहुंचा है इनमें 36 कारें 22 बाइक एक क्रेन और एक मकान शामिल हैं जिला प्रशासन ने नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा प्रक्रिया शुरू कर दी है जो वाहन पूरी तरह नष्ट हो गए हैं उनके मालिकों को 50 हजार रुपये मुआवजा मिलेगा वहीं जिन वाहनों को कम नुकसान हुआ है उनके लिए 10 हजार रुपये दिए जाएंगे हालांकि जिन लोगों ने बीमा का लाभ लिया है उन्हें यह मुआवजा नहीं दिया जाएगा महाराष्ट्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने निर्देश दिया है कि दंगा पीड़ितों को 48 घंटे के भीतर मुआवजा दिया जाए साथ ही निर्दोष लोगों को रिहा करने का भी आदेश दिया गया है आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने नागपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि प्रदर्शन के दौरान जलाई गई चादर कहां से आई उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस और प्रशासन मिलकर मामले की सच्चाई सामने लाएंगे प्यारे खान ने स्पष्ट किया कि दंगा औरंगजेब की वजह से नहीं बल्कि चादर जलाने की घटना के कारण भड़का उन्होंने सभी से मिलकर शांति बनाए रखने की अपील की दंगे में जिन लोगों की संपत्तियों को नुकसान हुआ है उनके नुकसान का पंचनामा किया जा रहा है प्रशासनिक अधिकारी घर-घर जाकर नुकसान का आकलन कर रहे हैं