भारत में 1 अक्टूबर, शनिवार से 5जी सेवाएं (5G Mobile Services) शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के प्रगति मैदान में इंडिया मोबाइल कांग्रेस (India Mobile Congress) का उद्घाटन किया और पहले चरण में 13 शहरों में 5-G सेवा शुरू की। जल्द ही इसका विस्तार किया जाएगा। ये 13 शहर हैं – अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, चेन्नई, लखनऊ, पुणे, दिल्ली और मुंबई। इस मौके पर रिलायंस, एयरटेल समेत टेलिकॉम सेक्टर के दिग्गज मौजूद रहे। इसके साथ ही भारत उन 70 देशों में शामिल हो गया है, जहां 5G Mobile Services हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा इंटरनेट स्पीड को लेकर होगा। न केवल इंटरनेट स्पीड बढ़ जाएगी, बल्कि कवरेज बैंडविथ के साथ ही डेटा ट्रांसफर की स्पीड भी बढ़ जाएगी। एजुकेशन से लेकर हेल्थ, बिजनेस, कृषि समेत तमाम सेक्टर्स में इसका फायदा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने IMC 2022 प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, उन्होंने जियो पवेलियन में प्रदर्शित ट्रू 5जी उपकरणों को देखा और ‘जियो-ग्लास’ को खुद पहन कर उसका अनुभव किया। उन्होंने युवा Jio इंजीनियरों की एक टीम द्वारा एंड-टू-एंड 5G तकनीक के स्वदेशी विकास को भी समझा। इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ दूरसंचार मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव, दूरसंचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान, रिलायंस के चेयरमैन श्री मुकेश अंबानी और रिलायंस जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी भी उपस्थित थे। भारत में अब तक 4जी इंटरनेट सेवाएं हैं। 5जी लांचिंग के साथ ही भारत कोरिया, जापान, यूके, अमेरिका जैसे देशों में शामिल हो जाएंगा। भारत ने पांच साल पहले इस दिशा में कदम रखा था। रिलायंस जियो ने इस साल की 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में 88,000 करोड़ रुपये की सबसे अधिक की बोली लगाई है। कंपनी ने अगस्त में कहा था कि वह दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे मेट्रो शहरों में दिवाली तक अपने 5जी नेटवर्क पर हाई-स्पीड मोबाइल इंटरनेट सेवाएं शुरू करेगी। 5G सेवा चालू होने से न केवल इंटरनेट स्पीड बढ़ेगी, बल्कि इसके कई अन्य बड़े फायदे भी होंगे। नए आर्थिक अवसर पैदा होंगे। आम उपभोक्ताओं के लिए बेहतर इंटरनेट स्पीड सबसे बड़ा फायदा है। 5G पर इंटरनेट की गति 4G के 100 Mbps की तुलना में 10 Gbps मिलेगी।