दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में डेंगू के 56 नए केस, जुलाई में 121 मामले सामने आए
दिल्ली में पिछले सप्ताह डेंगू के 56 नए मामले सामने आने के साथ ही कुल मामलों की संख्या 240 से अधिक हो गई है. नगर निगम की एक रिपोर्ट में सोमवार को यह जानकारी साझा की गई.
देश की राजधानी दिल्ली में बारिश के बाद डेंगू (Dengue Cases Rise) का खतरा बना हुआ है. बारिश के पानी में पनपते डेंगू के मच्छर लगातार बीमारियां फैला रहे हैं. दिल्ली के अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. दिल्ली में पिछले सप्ताह डेंगू के 56 नए मामले सामने आने के साथ ही कुल मामलों की संख्या 240 से अधिक हो गई है. नगर निगम की एक रिपोर्ट में सोमवार को यह जानकारी साझा की गई.
जुलाई में अब तक डेंगू के 121 मामले
राष्ट्रीय राजधानी में 22 जुलाई तक मच्छर जनित बीमारी के 187 मामले दर्ज किए गए थे. दिल्ली नगर निगम की नई रिपोर्ट के अनुसार, 28 जुलाई तक यह संख्या 243 थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि एक जनवरी से 28 जुलाई की अवधि में मलेरिया के 72 मामले दर्ज किए गए. वहीं, जुलाई में अब तक डेंगू के 121 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि जून में 40 और मई में 23 मामले आए थे.
शैली ओबेरॉय ने दिया था बयान
बता दें कि, पिछले साल इस अवधि (1 जनवरी-28 जुलाई) के दौरान डेंगू के 169 मामले थे, जबकि 2021 में 52, 2020 में 31, 2019 में 40 और 2018 में 56 मामले दर्ज किए गए थे. दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने हाल ही में कहा था कि इस साल कई इलाकों में बाढ़ के कारण डेंगू और मलेरिया के मामलों में वृद्धि होने की आशंका है. उन्होंने यह भी कहा था कि संबंधित अधिकारियों को मच्छरों की रोकथाम और यमुना में बाढ़ से आई गाद और कीचड़ को साफ करने के निर्देश दिए गए हैं.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई थी मीटिंग
इसके अलावा 28 जुलाई को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया से निपटने के लिए उच्च स्तरीय बैठक की गई. इस बैठक में दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय भी शामिल थीं. उन्होंने अपने ट्विटर पेज पर ट्वीट कर इस बैठक के बारे में जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि, माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में दिल्ली में आज डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया से निपटने के लिए दिल्ली के सभी विभागों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में भाग लिया. माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार MCD के DBCs घर-घर जाकर लोगों द्वारा लिए जा रहे एहतियातों का निरीक्षण करेंगे. जागरूकता और बचाव ही उपाय है. उल्लंघन पाए जाने पर रिहायशी इलाकों में ₹1000/- और Commercial इलाकों में ₹5000/– का चालान किया जाएगा.