पार्थ चटर्जी व उनकी महिला सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को ईडी ने राज्य के बहुचर्चित एसएससी शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया है। यह घटना उस वक्त हुई जब ईडी की एक टीम चटर्जी को जांच के लिए अस्पताल लेकर पहुंची। वहां मौजूद एक महिला चटर्जी को देख भड़क गई और उन पर अपनी चप्पल उतार कर फेंक दी। गुस्से में महिला चिल्ला रही थी कि ये नेता जनता का धन लूट रहे हैं। महिला भी अस्पताल में अपना इलाज कराने के लिए आयी थी। चप्पल फेंकने वाली महिला ईएसआई, जोका अस्पताल में इलाज के लिए आई हुई थी। चप्पल फेकने के बाद वह नंगे पांव वापस लौट गई। गुस्साए महिला ने कहा कि उसने जो कुछ भी किया वह बिल्कुल ठीक किया है। इससे पहले पार्थ चटर्जी ने दावा किया था कि ईडी की छापेमारी के दौरान बरामद रुपये उनके नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि समय बताएगा कि कौन उनके खिलाफ साजिश कर रहा है। बता दें कि इससे पहले पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने कहा था कि कैश पार्थ चटर्जी का है। इन दोनों के इनकार के बाद अब केंद्रीय एजेंसी के सामने बड़ा सवाल यह है कि आखिर छापेमारी में मिली ये संपत्ति किसकी है।