प्रशांत किशोर ने बताया आम लोगों के लिए राजनीति में स्थान पाना क्यों है मुश्किल, डेटा के साथ समझाया
लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे देश में सरगर्मी बढ़ गई है. वहीं, राजनीति पार्टियों के उम्मीदवारों को लेकर प्रशांत किशोर ने बुधवार को बड़ा बयान दिया.
जन सुराज पदयात्रा (Jan Suraj Padyatra) के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (prashaant kishor) अभी मुजफ्फरपुर में पदयात्रा कर रहे हैं. इस दौरान बुधवार को परिवारवाद को लेकर राजनीतिक पार्टियों पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बिहार में पिछले 30 साल में जितने लोग यहां एपपी और एमएलए बने हैं चाहे जिस दल से बने हों. सब की सूची अगर आप बनाइएगा तो आपको पता चलेगा कि साढ़े बारह सौ परिवार के लोग ही एपपी और एमएलए बने हैं. परिवारवाद का ये असर है. आप पार्टियों से इसे मत देखिए, जो जिस पार्टी का दौर होता है उसी परिवार के लोग उसमें घुस जाते हैं.
परिवारवाद पर प्रशांत किशोर का बयान
प्रशांत किशोर ने कहा कि परिवारवाद देश और बिहार में कोढ़ के तौर पर लोकतंत्र को खोखला कर रहा है. परिवारवाद आज की परेशानी नहीं है अगर समाज को याद होगा तो 1975 में जय प्रकाश नारायण का जो आंदोलन था. उसमें परिवारवाद सबसे बड़ा मुद्दा था. आज इससे कोई पार्टी अछूती नहीं है. ऐसा नहीं है कि ये आरजेडी में हो रहा है या कांग्रेस में हो रहा है. आप बीजेपी को देख लीजिए.
सम्राट चौधरी पर बोले जोरदार हमला
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी हैं. इनके पिता कांग्रेस में विधायक और मंत्री थे. इसके बाद लालू यादव का दौर आया तो उसमें विधायक और मंत्री बने. नीतीश कुमार का दौर आया तो उसमें विधायक और मंत्री बने. इसेक बाद जीतन राम मांझी का दौर आया तो उसमें विधायक और मंत्री बने. आज बीजेपी को अपना नेतृत्व बनाना है तो उसी परिवार के कड़ी से बैठा कर किसी को उन्होंने बनाया है. बता दें कि प्रशांत किशोर पिछले साल दो अक्टूबर से पूरे बिहार के दौरा पर निकले हुए हैं. इस दौरान लोगों से संवाद कर रहे हैं और राजनीति पार्टियों पर लगातार हमला बोल रहे हैं.