Nashik Bulldozer Action: नासिक में दरगाह पर बुलडोजर कार्रवाई से भड़की हिंसा, पुलिस पर पथराव में 15 घायल, इलाका छावनी में तब्दील
महाराष्ट्र के नासिक जिले में एक अवैध दरगाह को हटाने को लेकर मंगलवार देर रात भारी बवाल खड़ा हो गया। नासिक के काठे गली इलाके में नगर निगम की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान जब बुलडोजर पहुंचा, तो बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए और देखते ही देखते माहौल तनावपूर्ण हो गया। विरोध कर रही भीड़ ने अचानक पुलिस बल पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे चार अधिकारियों समेत कुल 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
दरअसल, जिस धार्मिक स्थल को लेकर विवाद हुआ है, वह काठे गली में स्थित एक दरगाह है जिसे नासिक नगर निगम ने अवैध घोषित किया था। करीब 15 दिन पहले नगर निगम ने नोटिस जारी कर कहा था कि यह निर्माण अनधिकृत है और यदि निर्धारित समयसीमा में इसे हटाया नहीं गया, तो निगम स्वयं कार्रवाई करेगा। इसी क्रम में मंगलवार रात निगम और पुलिस की संयुक्त टीम दरगाह को हटाने के लिए मौके पर पहुंची थी।
इससे पहले 22 फरवरी को भी नासिक के कई हिस्सों में नगर निगम ने अवैध धार्मिक स्थलों से अतिक्रमण हटाया था। यह मामला अदालत तक पहुंचा, जहां कोर्ट ने स्पष्ट आदेश दिया कि काठे गली स्थित दरगाह पूरी तरह से अवैध है और इसे हटाया जाना चाहिए। कोर्ट के निर्देश के बाद ही नगर निगम ने इस कार्रवाई को अंजाम देना शुरू किया।
मगर मंगलवार रात से ही माहौल बिगड़ने लगा था। खबर मिलते ही बड़ी संख्या में लोग मौके पर जुटने लगे और देर रात भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया। पथराव इतना तीव्र था कि पुलिस को पीछे हटना पड़ा। जवाब में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हल्का बल प्रयोग भी किया गया।
हिंसा के बाद प्रशासन ने इलाके को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया है। काठे गली और उसके आसपास के क्षेत्रों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। नगर निगम की टीम अब भी अतिक्रमण हटाने में जुटी है, जबकि सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं।
नासिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “हम स्थिति पर नियंत्रण बनाए हुए हैं। किसी भी प्रकार की हिंसा या कानून-व्यवस्था भंग करने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे संयम बरतें और अफवाहों पर ध्यान न दें।”
वहीं प्रशासन ने इस घटना को बेहद गंभीर मानते हुए सुरक्षा के सभी इंतजाम बढ़ा दिए हैं। सुबह से ही क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया गया है और आसपास के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है। स्कूलों और दुकानों को फिलहाल बंद रखने का निर्देश दिया गया है।
यह मामला अब सिर्फ अतिक्रमण हटाने का नहीं, बल्कि कानून-व्यवस्था की गंभीर चुनौती बन गया है, जिससे निपटने के लिए प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है।