अफगानिस्तान पर जब से तालिबान कब्ज़ा हुआ है उसके बाद वहां हुए अलग-अलग हमलों में लगभग 400 नागरिक मारे गए हैं। जिसमे से 80 फीसदी नागरिकों की मौत इस्लामिक स्टेट से जुड़े समूहों द्वारा किए गए हमलों में हुई है। ये आंकड़े और जानकारी संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में दी गई है। UN की इस रिपोर्ट के आने के बाद ये साफ है कि तालिबान राज में अफगानिस्तान में चरमपंथ किस हद तक बढ़ गया है। तालिबान के अफगानिस्तान पर काबिज होने के बाद ये पहली बड़ी मानवाधिकार रिपोर्ट आई है। साल 2021 के अगस्त महीने में जब अमेरिकी सैनिक 20 साल से चल रही जंग खत्म करके वापस अमेरिका लौट रहे थे, तब तालिबान पर हमला कर अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। उसके बाद से अफगानिस्तान में इस्लामिक संगठनों के हमले बढ़ गए हैं। UN की रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान अब महिलाओं, पत्रकारों और दूसरे कई समूहों के रहने के लायक नहीं रह गया है। इस रिपोर्ट में अगस्त 2021 से लेकर फरवरी 2022 के आखिर के आंकड़े दिए गए हैं। इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि इस्लामिक स्टेट खुरासान संगठन द्वारा किए गए हमलों में 397 नागरिक मारे गए हैं।