बदलते समीकरण के तहत वीरेंद्र सचदेवा पड़पड़ गंज से लड़ सकते हैं चुनाव
* ओझा के आने के बाद बदले सियासी समीकरण
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,कभी कृष्णा नगर कभी विश्वास नगर तो कभी कस्तूरबा नगर से चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के लिए नये अवसर सामने आ गए है और वह भी वहां जहां उनका स्थायी निवास है ,पार्टी नेत्रत्व और दूसरे बड़े नेता भी यही चाहते थे वीरेंद्र सचदेवा को अपने खुद के निर्वाचन क्षेत्र पड़पड़ गंज से ही दावा पेश करना चाहिए | लेकिन मनीष सिसोदिया जैसे दिग्गज के सामने लड़ने से वीरेंद्र बचना चाहते थे | हालांकि मनीष पिछले चुनाव में ही कमजोर कड़ी साबित हो गए थे और शायद इसीलिए उन्होंने अपना निर्वाचन क्षेत्र बदल लिया है | हमें अच्छे से याद है पूर्व सांसद गौतम गंभीर नें विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद कहा था मनीष तुम 25 का चुनाव पड़पड़ गंज से नहीं लड़ पाओगे और लड़ोगे तो हारोगे |
आपको याद दिला दें पिछला चुनाव मनीष सिसोदिया मुश्किल से गिनती के अंतिम चक्र में थोड़े अन्तराल से ही जीत पाए थे | मनीष अब अगली जंग लड़ने जंगपुरा के लिए कूच कर चुके है और आप पार्टी नें पड़पड़ गंज से अवध ओझा को मैदान में उतर दिया है | अवध ओझा को मनीष से भी हल्का माना जा रहा है वहीं कांग्रेस की तरफ से जमीनी नेता पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी का यहाँ से चुनाव लड़ना लगभग तय है जो मजबूती से चुनाव लड़ेगें, ऐसे में वीरेंद्र सचदेवा को अपनी भी मजबूती दिखने लगी है दूसरे उनपर ईलाका छोड़ने का आरोप भी नहीं लगेगा | लिहाजा माना जा रहा है बदले हालत में वीरेंद्र सचदेवा को अब अपना क्षेत्र पड़पड़ गंज ही ज्यादा सूट करेगा | और शायद यह भांप उनके समर्थक वीरेंद्र सचदेवा के समर्थन में खुलकर चर्चा करने लगे है | जहां तक अन्य दावेदारों का सवाल है रवि नेगी हो,या विनोद बछेती ,बिजेंद्र धामा हो या कोई अन्य अब सभी वीरेन्द्र सचदेवा की एंट्री के इन्तजार में जुट जायेगें इस सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता | वीरेन्द्र सचदेवा अपने लम्बे कैरियर में सन्गठन के तो कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं लेकिन अभी तक चुनावी समर से उनका नाता नहीं पड़ा है लेकिन इस बार सब कुछ ठीक रहा तो वे चुनाव लड़ सकते हैं और वो भी अपने खुद के क्षेत्र से | आज बस इतना ही …