होली के बाद दिल्ली में बन सकती है ट्रिपल इंजन की सरकार
* नये सत्र में ही होगा सत्ता परिवर्तन
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली, ऊपर वाला जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है हमने भी सुना है आपने भी सुना होगा | 27 साल की लंबी इन्तजार के बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद राजधानी दिल्ली भी डबल इंजन सरकार की जमात में शामिल हो गई है | इसके साथ ही अब दिल्ली नगर निगम में भी अगले सत्र में भाजपा की सरकार बनना लगभग तय हो गया है | यानी दिल्ली में अब ट्रिपल इंजन की सरकार बनने की सम्भावनाएं प्रबल हो गई है | वैसे तो गणित भाजपा के पक्ष में बनता ही जा रहा है और यदि थोड़ी बहुत कमी पेशी भी रह गई तो भाजपा प्रबन्धन इस काम में जुट चुका है | वैसे तो भाजपा प्रबन्धन शुरू होने जा रहे निगम के बजट सत्र में ही आप पार्टी को आईना दिखाने के मूड में है लेकिन शपथ ग्रहण से पूर्व भाजपा आवाम को यह मैसेज नहीं देना चाहती कि निगम की सत्ता के लिये भाजपा इतनी ज्यादा उतावली है |
अब आप सोच रहे होंगे बजट सत्र में भाजपा क्या करिश्मा दिखा सकती है तो आपको बता दें यदि बजट सत्र के दौरान मत विभाजन के हालात बनते हैं तो भाजपा अपने पत्ते खोल सकती है लेकिन महापौर चुनाव का इन्तजार पार्टी करना चाहेगी जिस तरह चंडीगढ़ में पासा पलटा था दिल्ली में पलटने की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता | आपको याद दिला दें पिछले महापौर के चुनाव में आप पार्टी बड़ी मुश्किल से मात्र तीन मतों के अन्तराल से ही सत्ता बचाने में कामयाब हुई थी | लेकिन उसके बाद से पार्टी के करीब आधा दर्जन पार्षद पाला बदल भाजपा में शामिल हो चुके हैं और करीब बीस पार्षद और भाजपा के सम्पर्क में बताये जाते हैं लेकिन भाजपा अभी उन्हें हरी झंडी देने के मूड में नहीं है क्योंकि सरकार गठन के बाद करीब एक दर्जन भाजपा विधायक निगम में ,नोमिनेट होने है और भाजपा अपने बल पर ही निगम की सत्ता का आंकड़ा छू लेगी | वहीं भाजपा के आठ निगम पार्षद विधायक चुने गए हैं तो आप पार्टी के भी तीन पार्षद विधायक बन गए हैं ऐसे में सत्ता संतुलन भाजपा के पक्ष में जाता दिख रहा है और यदि कुछ कमी पेशी भी पड़ी तो सीधे रास्ते से भाजपा उसे आसानी से पूरा कर लेगी इसमें कोई दिस दैट नहीं है |
अब तो आप समझ ही गए होंगे दिल्ली ट्रिपल इंजन की सरकार की ओर बढ़ चुकी है जिसकी औपचारिक शुरुवात आगामी मेयर के चुनाव में ही होने की सम्भावना है | आज बस इतना ही …