Priyanka Gandhi on BJP Allegations: कांग्रेस महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने पहली बार बीजेपी की ओर से जॉर्ज सोरोस को लेकर लगाए जा रहे आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है. प्रियंका ने मंगलवार (10 दिसंबर) को भाजपा के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के अरबपति जॉर्ज सोरोस से सीधे संबंध हैं.
प्रियंका गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “यह सबसे हास्यास्पद बात है, जो वे कर सकते हैं. वे 1994 की बात कर रहे हैं, और किसी के पास इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है. मुझे नहीं पता कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं. वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि वे सदन नहीं चलाना चाहते हैं.”
‘सरकार नहीं चाहती अडानी पर बहस’
प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर अडानी मुद्दे पर चर्चा से बचने का आरोप लगाते हुए कहा, “हम चाहते हैं कि सदन चले, लेकिन सरकार अडानी पर बहस नहीं चाहती. इसलिए वे इस तरह के मुद्दे उठाते रहते हैं. सोरोस का मामला 1994 का है, और वे अडानी पर चर्चा से बचने के लिए जानबूझकर इसे अब उठा रहे हैं.”
जेपी नड्डा के आरोपों के बाद दी प्रियंका ने सफाई
प्रियंका गांधी की ये टिप्पणियां भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा के उस आरोप के जवाब में आईं हैं, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि सोनिया गांधी के जॉर्ज सोरोस से संबंध हैं. उन्होंने सोरोस फाउंडेशन की ओर से फंडेड एक संगठन से सोनिया गांधी के कनेक्शन का दावा किया था, जिसने कथित तौर पर कश्मीर को भारत से अलग करने के विचार का समर्थन किया था.
प्रमोद तिवारी ने आरोपों को बताया निराधार
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने भी आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें निराधार, घटिया और पूरी तरह से गलत बताया है. वहीं नड्डा की ओर से लगाए गए इन आरोपों के कारण राज्यसभा में काफी हंगामा मच गया. कांग्रेस नेताओं ने तर्क दिया कि अडानी विवाद सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए बीजेपी यह आरोप लगा रही है.
बीजेपी ने एक्स पर भी पूछे कई सवाल
वहीं, भाजपा ने एक्स पर कई पोस्ट में आरोप लगाया कि जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन जैसी विदेशी संस्थाओं के साथ कांग्रेस का संबंध भारत के आंतरिक मामलों में बाहरी प्रभाव को दर्शाता है. भाजपा ने दावा किया कि फोरम ऑफ द डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसिफिक (एफडीएल-एपी) फाउंडेशन की सह-अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन की ओर से वित्तपोषित एक संगठन से जुड़ी थीं. हालांकि, कांग्रेस ने इन दावों का स्पष्ट रूप से खंडन किया है और भाजपा पर निराधार प्रचार में शामिल होने का आरोप लगाया है.