शराब घोटाले के आरोपी होंगे सलाखों के पीछे : गुरमीत सिंह सूरा
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : आबकारी नीति के नाम पर करोड़ों का चुना लगाने वाले एक बार फिर से सलाखों के पीछे होंगे और जनता के सामने फिर से उनकी पोल खुलेगी | यह कहना है पूर्वी जिला भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता गुरमीत सिंह सूरा का | गुरमीत सिंह सूरा कहते हैं तत्कालीन सरकार दिल्ली आबकारी नियम 2010 के नियम 35 को लागू करने में असफल रही और लाईसेंस प्रक्रिया का उलंघन किया गया। थोक विक्रेताओं को लाभ पहुॅचाने के लिए लाभ का मार्जिन 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया जिसके कारण सराकारी राजस्व में गिरावट आई। गुरमीत सूरा कहते हैं कि रिपोर्ट में यह भी उजागर हुआ है कि लाईसेंस देते वक्त आवेदकों की सोल्वेंसी, वित्तिय विवरण और अपराधिक रिकॉर्ड की जांच नही की और शराब जोन चलाने के लिए 100 करोड़ से अधिक का प्रारंभिक निवेश की वित्तिय पात्रता के मानदंड को नजरअंदाज करके वित्तिय रुप से कमजोर कम्पनियों को लाइसेंस दिए गए जिसमें राजनीतिक पक्षपात और गुप्त सौदों की आशंका भी बढ़ जाती है। यह भी चिंताजनक था कि पिछली सरकार ने आबकारी नीति लागू करते समय विशेषज्ञों की सिफारिशों की अनदेखी की गई।
गुरमीत सूरा कहते हैं कि दिल्ली की जनता ने भ्रष्टाचारी अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ भाजपा को बहुमत दिया है, भाजपा सरकार जनता के विश्वास पर खरा उतर शराब घोटाले के दोषियों को सजा दिलाने में सफल होगी। रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद वह दिन दूर नहीं जब शराब घोटाले के दोषी एक बार फिर सलाखों के पीछे होंगे क्योंकि घोटाले की परते अब खुलने लगी है | गुरमीत सिंह सूरा कहते हैं आम आदमी पार्टी सरकार की करतूत अब जनता के
सामने खुलनी शुरू हुई है अभी केवल एक रिपोर्ट सामने आई है जल्द ही इनकी सारी पोल पट्टी खुलने वाली है और जनता भी देखेगी किस तरह इस सरकार नें जनता की भावनाओं का कत्ल करते हुए भ्रष्टाचार किया है और खुद को कट्टर ईमानदारी का प्रमाण पत्र भी खुद ही देते रहे |