Air India Emergency Landing: हांगकांग से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट में तकनीकी खराबी, आपात वापसी से टला बड़ा हादसा

0
13

Air India Emergency Landing: हांगकांग से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट में तकनीकी खराबी, आपात वापसी से टला बड़ा हादसा

नई दिल्ली, 16 जून 2025: भारत की प्रमुख विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया की उड़ानों में हालिया तकनीकी समस्याओं ने एक बार फिर विमानन सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ताजा मामला फ्लाइट AI315 का है, जो हांगकांग से दिल्ली के लिए उड़ान भर चुकी थी, लेकिन बीच रास्ते में तकनीकी खराबी का संकेत मिलने के बाद उसे तत्काल वापस हांगकांग लौटना पड़ा।

एयर इंडिया की यह उड़ान एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर द्वारा संचालित की जा रही थी और इसे राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरना था। लेकिन उड़ान के दौरान पायलटों को तकनीकी असमानता महसूस हुई, जिसके बाद उन्होंने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए फ्लाइट को उसी एयरपोर्ट पर सुरक्षित वापस ले जाने का निर्णय लिया। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और विमान को तकनीकी जांच के लिए ग्राउंड कर दिया गया है।

यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब एयर इंडिया की उड़ानों को लेकर गंभीर चिंता पहले से ही व्याप्त है। कुछ दिन पहले ही गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 एक भीषण हादसे का शिकार हुई थी, जिसमें टेकऑफ के तुरंत बाद विमान क्रैश हो गया था। इस त्रासदी में विमान में सवार 242 में से 241 यात्रियों की मौत हो गई थी, साथ ही जमीन पर मौजूद 10 से अधिक लोग भी मारे गए थे। यह भारत के इतिहास में सबसे भयावह विमान दुर्घटनाओं में से एक बन गई थी।

लगातार हो रही इन घटनाओं के बाद विमानन विशेषज्ञ और सुरक्षा एजेंसियां भारत की वाणिज्यिक विमानन प्रणाली की कार्यप्रणाली, रखरखाव प्रोटोकॉल, और कर्मचारियों की प्रशिक्षण व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। एयर इंडिया, जो अब टाटा समूह के अधीन है, उसकी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बार-बार तकनीकी खराबियों का सामने आना कंपनी की छवि और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता का विषय बन चुका है।

सूत्रों के अनुसार, फ्लाइट AI315 के पायलट को उड़ान के कुछ घंटे बाद तकनीकी गड़बड़ी के संकेत मिले थे। प्राथमिक जांच में विमान के नेविगेशन या इंजन सिस्टम में संभावित गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, विस्तृत जांच के बाद ही सटीक कारण स्पष्ट हो पाएगा।

एविएशन विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की तकनीकी समस्याएं केवल पुरानी विमान सेवाओं तक सीमित नहीं होतीं, बल्कि यह रखरखाव के मानकों, चेकलिस्ट प्रक्रियाओं और तकनीकी निरीक्षण की नियमितता पर निर्भर करती हैं। भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय को चाहिए कि वह एयर इंडिया सहित अन्य वाणिज्यिक विमानन कंपनियों के रखरखाव प्रोटोकॉल और सुरक्षा मानकों की गहन जांच करे और आवश्यकतानुसार सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे।

फिलहाल, हांगकांग से लौटाए गए सभी यात्रियों को एयर इंडिया द्वारा वैकल्पिक उड़ानों में समायोजित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कंपनी ने यात्रियों को असुविधा के लिए खेद प्रकट किया है और आश्वस्त किया है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here