भाजपा के आठ में से छह विधायक सांसद टिकिट की दौड़ में
* हालातों के चलते नहीं लगेगा किसी का नम्बर
* गठ्बन्धन के सामने उतारे जायेगें दिग्गज
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली , लोकसभा चुनाव नजदीक है लिहाजा राजधानी दिल्ली की सात सीटों के लिए तीनों प्रमुख पार्टियों में दावेदारों की कतार है | सबसे ज्यादा दावेदार भारतीय जनता पार्टी में बताये जा रहे हैं | जबकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में गठबंधन के चलते दावेदारों की संख्या कम होना लाजमी है | गठबंधन के चलते तीन और चार सीटों का फार्मूला लगभग तय है लिहाजा कांग्रेस को तीन तो आम आदमी पार्टी को चार सीटों के लिए प्रत्याशी तय करने है | जबकि भारतीय जनता पार्टी को सात की सात सीटों से प्रत्याशी तय करने हैं | वर्तमान में सातों सीटों पर भाजपा के ही सांसद है | सूत्र बताते हैं भाजपा कम से कम पांच नये प्रत्याशी मैदान में उतारेगी | दो या दो से अधिक बार जीत दर्ज करने वाले सांसदों के विकल्प तलाशे जा रहे हैं | भाजपा के पास दावेदारों की कमी नहीं है | यदि कांट छाट होती ही तो एक-एक सीट पर आधा-आधा दर्जन दावेदार लाईन में है | जिनमें कई तो केंद्र सरकार के मंत्री और पूर्व मंत्री तक शामिल है | इसके अलावा कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता भी इस जुगाड़ में लगे हैं शायद उनका नम्बर भी लग जाए | भाजपा नें अपनी चुनावी रणनीति के तहत ऐसी योजना भी बना रखी है दूसरे दल के नामचीन नेता यदि भाजपा में शामिल होते हैं तो पार्टी हवा बनाने के लिए उनमे से एक या दो को मौका दे सकती है | ऐसे में दिल्ली से भाजपा के आठ विधायकों में से ज्यादातर की नजर भी लोकसभा की ओर लगी है |
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह विधूड़ी इस इन्तजार में हैं कि रमेश विधूड़ी बोल्ड हों तो उनका नम्बर लग जाए | रामबीर की नजरें उत्तर पूर्वी दिल्ली पर भी है वे पहले भी जनता दल की ओर से यहाँ से चुनाव लड़ चुके हैं | विश्वाश नगर से विधायक ओमप्रकाश शर्मा पूर्वी दिल्ली से तो उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के तीनों विधायक अजय महावर,जितेन्द्र महाजन के साथ-साथ मोहन सिंह बिष्ट की नजरे लगी है मनोज तिवारी के स्थान पर उन्हें मौका मिल जाए तो रोहिणी के विधायक विजेंद्र गुप्ता एक बार फिर से चांदनी चौक पर नजरें टिकाएं हैं |
सूत्र बताते हैं विधायकों के दावे पर पार्टी शायद ही विचार करें गठ्बन्धन के चलते पार्टी किसी भी कीमत पर हल्के प्रत्याशी उतारने का रिस्क नहीं लेने वाली | वर्तमान सांसदों के स्थान पर पार्टी कम से कम दो या तीन केन्द्रीय मंत्रियों या पूर्व मंत्री पर दावं खेल सकती है | केन्द्रीय मंत्रियों में पियूष गोयल,जय शंकर,हरदीप पुरी तो पूर्व मंत्रियों की लिस्ट में विजय गोयल के नाम चर्चा में है | हालांकि हरदीप पुरी के आड़े उम्र सीमा आ सकती है लेकिन दिल्ली को ले वे काफी सक्रिय हैं | पार्टी नें पिछले चुनाव में तीन सेलिब्रेटी भी मैदान में उतारे थे माना जा रहा है इस बार भी पार्टी एक या दो सेलिब्रेटी को चुनावी जंग में उतारेगी ऐसे में विधायकों का नम्बर शायद ही लगे | पार्टी विधानसभा से भी अपने सदस्यों की संख्या कम करने के मूड में नहीं है |