हरदयाल म्युनिसिपल लाइब्रेरी के सफाई कर्मचारियों को नही मिल रहा पिछले 31 माह से वेतन :संजय गहलोत
नई दिल्ली (सी.पी.एन.न्यूज़ ) : दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत का कहना है कि हरदयाल म्यूनिसिपल हेरिटेज लाइब्रेरी की विभिन्न 35 से 36 ब्रांचों में केवल 16 सफाई कर्मचारियों से सफाई कार्य करवाया जाता है ,जिनकी नियुक्ति 15-20 वर्षों से लगातार विभिन्न लाइब्रेरियों में रही। अब यही 16 सफाई कर्मचारी अपना 32 महीने का वेतन न मिलने से भूखमरी के कगार पर हैं ,कुछ महिला सफाई कर्मचारियों ने तो अपने ज़ेवर/गहने इत्यादि बेच कर अपनी और अपने परिवार की भूखों मरने से जान बचाई।
अगर इन कर्मचारियों ने इस बाबत अपनी आवाज़ उठानी चाही तो निगम प्रशासन ने वेतन देने की बजाय उल्टा इन्हें नौकरी से ही बर्खाश्त कर दिया है। दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत ने बताया कि यह मामला काफी दिनों से आयोग के संज्ञान में है परन्तु लाइब्रेरी की सचिव पूनम पराशर झा(बी जे पी) और वर्तमान में महापौर शैली ओबेरॉय (आम आदमी पार्टी)की आपसी खींचतान और राजनीतिक रंजिश के चलते यह मामला अधर में लटका हुआ है और कर्मचारी बेवजह पिस रहे हैं। आयोग के अध्यक्ष संजय गहलोत ने कहा है कि इस मामले में लाइब्रेरी सचिव पूनम पराशर झा और महापौर शैली ओबेरॉय जो लाइब्रेरी की अध्यक्ष भी है इन्होंने आयोग की भी अवहेलना की है लिहाजा आयोग द्वारा प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए मामला मुख्यमंत्री एवं उपराज्यपाल की संस्तुति के उपरांत विभिन्न सशक्त जांच एजेंसी (विजिलेंस और सी बी आई) को सौंपा जाएगा चूंकि निगम अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार कई बार फंड भेजा गया परन्तु उक्त फण्ड का दुरुयोग किया गया है ,जिसके चलते पीड़ित कर्मचारी भूखे मर रहे है । कर्मचारियों का भी कहना है कि पहले उन्हें नियमित भी किया गया परन्तु कुछ महीने बाद उन्हें वापस दैनिक वेतन भोगी बना दिया,, इस बाबत धरना दे रहे कर्मचारियों को