ओलंपिक खेलों की पदक विजेता साक्षी मलिक ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी की नेता और राष्ट्रमंडल खेलों की पूर्व स्वर्ण पदक विजेता पहलवान बबीता फोगाट पर आरोप लगाया कि वह पहलवानों का इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए कर रही हैं और उनके विरोध को कमजोर कर रही हैं। साक्षी और उनके पति सत्यव्रत कादियान ने शनिवार को भी वीडियो पोस्ट करके आरोप लगाया था कि बबीता और भाजपा के एक अन्य नेता तीरथ राणा ने शुरुआत में पहलवानों के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की स्वीकृति ली थी लेकिन बाद में उन्हें सलाह देने लगे कि इस मंच का इस्तेमाल राजनीति पार्टियों द्वारा राजनीतिक उद्देश्य के लिए नहीं होना चाहिए। राणा ने हालांकि कहा कि ना तो उन्होंने और ना ही बबीता ने शुरुआत में प्रदर्शन शुरू करने और बाद में इसे कमजोर करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि पहलवान देश का गौरव हैं और खिलाड़ियों का सम्मान भाजपा के लिए सर्वोच्च है। राणा ने वीडियो में कहा, ‘‘देखिए, पहलवान देश का गौरव हैं और भाजपा के लिए खिलाड़ियों का सम्मान सर्वोच्च है और मैं भी उनका काफी सम्मान करता हूं। मैंने हमेशा खिलाड़ियों का समर्थन किया है।’’
साक्षी, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया सहित देश के शीर्ष पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाया है और उसे गिरफ्तार करने की मांग की है। कादियान और साक्षी ने एक पत्र भी दिखाया जिसमें कथित तौर पर दिखाया गया है कि बबीता और राणा ने जंतर-मंतर पुलिस थाने से पहलवानों के धरने की स्वीकृति ली थी। साक्षी ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘वीडियो में हमने तीरथ राणा और बबीता फोगाट पर तंज कसा था कि कैसे वे अपने स्वार्थ के लिए पहलवानों को इस्तेमाल करना चाह रहे थे और कैसे पहलवानों पर जब विपदा पड़ी तो वे जाकर सरकार की गोद में बैठ गए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम मुसीबत में जरूर हैं लेकिन हास्यबोध इतना कमजोर नहीं हो जाना चाहिए कि ताकतवर को काटी चुटकी पर आप हंस भी न पाएं।’’