S Jaishankar on NDTV World Summit 2024: विदेश मंत्री डॉ एस जयशकंर ने कनाडा के साथ खटास, चीन के साथ एलएसी विवाद और पाकिस्तान के दौरे को लेकर खुलकर बात की है. उन्होंने इस दौरान यह भी बताया कि कौन सा देश भारत के लिए समस्या या फिर बड़ी चुनौती है. सोमवार (21 अक्टूबर, 2024) को अंग्रेजी न्यूज चैनल ‘एनडीटीवी’ की वर्ल्ड समिट के दौरान उन्होंने पत्रकार संजय पुगलिया से बातचीत के दौरान कहा, “मैं यह नहीं कहूंगा कि पूरे पश्चिमी हिस्से को समझ नहीं है. वे लोग समझते हैं, बहुत लोग एडजस्ट भी करते हैं. कुछ कम करते हैं, कुछ ज्यादा पर मैं कहूंगा कि कनाडा इस मामले में पीछे है. उनके साथ रिश्तों की मौजूदा स्थिति की कल्पना करना कठिन है.”
चीन के साथ देश के रिश्तों को लेकर डॉ एस जयशंकर बोले, “हम पड़ोसी हैं पर हमारी सीमा का मुद्दा अनसुलझा हुआ है. अगर एक ही समयकाल में दो देश आगे बढ़ रहे हैं तब स्थिति आसान नहीं होती है. मुझे लगता है कि कूटनीति की बहुत जरूरत पड़ेगी. हमारे बीच संतुलन कैसे आएगा, मुझे लगता है कि यह बड़ी चुनौती है.” एलएसी सीमा विवाद के सवाल पर भारत के विदेश मंत्री ने दो टूक जवाब दिया, “हम उस पैट्रोलिंग पर जा सकेंगे, जहां साल 2020 में भारत की ओर से गश्त की जाती थी.”
रूस को लेकर एस जयशंकर ने क्या कहा?
प्रोग्राम में रूस के बारे में पूछे जाने पर भारतीय विदेश मंत्री ने बताया, “अगर आप रूस के साथ हमारे इतिहास को देखेंगे तो आप पाएंगे कि उसने हमारे खिलाफ कुछ भी नहीं किया. हालांकि, पश्चिम देशों के साथ उसकी स्थिति कुछ और है. संबंध टूट चुके हैं. वह अब एशिया की ओर देख रहा है. उसके पास अधिक विकल्प नहीं है. रूस प्राकृतिक संसाधनों से जुड़ी एक शक्ति है. पूरा इकनॉमिक लॉजिक है, जबकि स्ट्रैटेजिक लॉजिक भी है.”
एशिया में पड़ोसी देशों पर भी कही अहम बात
मालदीव-बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों के बारे में डॉ एस जयशंकर बोले, “आज हमारे पड़ोसी देश लोकतांत्रिक हैं. यानी वहां बदलाव होते रहेंगे. स्थितियां ऊपर-नीचे होती रहेंगी. आप देखिए जब श्रीलंका विकट स्थिति में फंसा था तब भारत ही आगे आया था. आपको वहां बड़ा राजनीतिक बदलाव देखने को मिला. लोग बांग्लादेश को लेकर बहुत तरह की बातें कहते हैं पर आप और भी चीजें तो देखिए. जितना हम पड़ोसी मुल्कों में निवेश करेंगे और वे भी सहयोग करेंगे तब पूरे क्षेत्र का विकास होगा.”
PAK को लेकर विदेश मंत्री ने दिया यह जवाब
डॉ एस जयशंकर से बातचीत के दौरान पाकिस्तान के बारे में भी सवाल पूछा गया. उन्होंने साफ किया, “मैं वहां पूर्व पीएम नवाज शरीफ (मौजूदा पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के भाई) से तो नहीं मिला था. मैं तो सिर्फ एससीओ सम्मेलन के लिए गया था. मैं और भारत बहुत सपोर्टिव एससीओ पार्टनर रहे. हम गए, उनसे (पाकिस्तानियों से) मिले, हाथ भी मिलाया, हमारी मीटिंग अच्छी रही और फिर हम वापस आ गए.”
AI-डिजिटल टेक्नोलॉजी क्या बोले एस जयशंकर?
आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (आईटी) और डिजिटल टेक्नोलॉजी के बारे में पूछे जाने पर डॉ एस जयशंकर ने वरिष्ठ टीवी पत्रकार को बताया, “मुझे लगता है कि ये किसी अवसर से कम नहीं हैं. ये पूरे पैकेज के साथ आते हैं. आपकी प्लानिंग और स्ट्रैटेजी का विकास होते रहना चाहिए.”