Prayagraj Violence 2025: प्रयागराज हिंसा पर पुलिस का सख्त एक्शन: 75 गिरफ्तार, 604 पर केस, गैंगस्टर-N.S.A. के तहत कार्रवाई शुरू
प्रयागराज के करछना क्षेत्र में इसौटा गांव में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने सख्ती के साथ मोर्चा संभाल लिया है। रविवार को हुए बवाल के बाद प्रशासन ने तेज़ कार्रवाई करते हुए अब तक 75 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही 54 नामजद और 550 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। हिंसा में संलिप्त पाए गए कुल 50 लोगों की अलग से पहचान कर उन्हें भी आरोपी बनाया गया है। इनमें भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी से जुड़े पदाधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं।
पूरा मामला अनुसूचित जाति के देवीशंकर की हत्या से जुड़ा है, जो 13 अप्रैल को हुई थी। मृतक के परिवार से मिलने के लिए जब भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद प्रयागराज पहुंचे, तो प्रशासन ने उन्हें कानून-व्यवस्था के मद्देनज़र सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया। इसके विरोध में उनके समर्थकों ने करछना में जमकर उपद्रव किया। इस दौरान पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई, पथराव हुआ और कई बाइकों को आग के हवाले कर दिया गया।
घटना के बाद प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट की एसओजी और करछना थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए हिंसा में शामिल आरोपियों को पकड़ना शुरू किया। सीसीटीवी फुटेज, वायरल वीडियो और स्थानीय खुफिया तंत्र की मदद से उपद्रवियों की पहचान की गई। अब तक की गई गिरफ्तारी इस बात का संकेत है कि पुलिस मामले को लेकर बेहद गंभीर है और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने को तैयार है।
प्रशासन ने यह भी साफ किया है कि उपद्रवियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत भी केस दर्ज किए जा रहे हैं। इसका मकसद है कि कोई भी व्यक्ति कानून अपने हाथ में लेने की हिम्मत न करे।
डीसीपी यमुनापार विवेक यादव ने मीडिया को बताया, “हमने पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच की है। जो दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, लेकिन किसी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाएगा।”
फिलहाल क्षेत्र में शांति बहाल है और पुलिस लगातार निगरानी बनाए हुए है। स्थानीय प्रशासन हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखे हुए है और हिंसा में प्रयुक्त हर हथियार और साधन की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है।



