थोक महंगाई दर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद अब इसमें गिरावट देखी जा रही। मंगलवार को जारी हुए आंकड़ों में मुद्रास्फीति घटकर 13.93 प्रतिशत पर आ गई। इससे पहले यह मई में 15.88 प्रतिशत की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई थी। दूसरी तरफ अमूल और मदर डेयरी ने दूध की कीमत में इजाफे का ऐलान कर दिया। इन दोनों ही प्रमुख दूध आपूर्तिकर्ताओं की तरफ से दूध की कीमत में 2 रुपये प्रति लीटर का इजाफा करने की घोषणा की गई। नई कीमतें 17 अगस्त (बुधवार) से लागू हो गई हैं। अमूल और मदर डेयरी ने पिछले छह महीने में दूध के दाम दूसरी बार बढ़ाए हैं। इससे पहले मार्च की शुरुआत में दोनों ने दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। बढ़ी हुई कीमतें गुजरात में अहमदाबाद और सौराष्ट्र क्षेत्र के अलावा दिल्ली-एनसीआर, पश्चिम बंगाल से लेकर देश के उन बाकी बाजारों में भी लागू होंगी, जहां तक अमूल और मदर डेयरी दूध की सप्लाई पहुंचती है। बता दें कि अमूल दूध की कीमतों में इजाफा करने का यह फैसला गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन ने किया है, जो कि अमूल ब्रांड नाम से दूध और दूथ उत्पादों का उत्पादन के बाद बाजारों में बेचता है। दूध की कीमतों में दो रुपए की बढ़ोतरी करने के पीछे अमूल ने तर्क दिया है कि कंपनी ने दूध के दाम इसलिए बढ़ाए हैं क्योंकि कंपनी की कुल लागत और ऑपरेशनल लागत बढ़ गई है। इतना ही नहीं, अकेले मवेशियों का चारा ही पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत बढ़ गया है। मदर डेयरी ने भी दूध के दामों में इजाफा करने के पीछे बताया कि कंपनी लागतों में वृद्धि का अनुभव कर रही है, जो पिछले 5 महीनों के दौरान कई गुना बढ़ गई है। उन्होंने आगे कहा कि उक्त अवधि में अकेले कच्चे दूध की कृषि कीमतों में लगभग 10-11 फीसदी की वृद्धि हुई है। मदर डेयरी के प्रवक्ता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि गर्मी की लहर के साथ-साथ चारे की लागत में भी काफी बढ़ोतरी देखी गई है, जो दूध के दामों को बढ़ने का कारण बन गई।