हाल ही में कपिल शर्मा समेत कई कॉमेडियंस को धमकी मिली है. पाकिस्तान से आए ई-मेल में इन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है. अब सवाल ये उठता है कि ऐसे मामलों में कौन सी पुलिस या एजेंसी जांच करती है. आइए जानते हैं.
सेलेब्स को जान से मारने की धमकियों का सिलसिला लगातार चल रहा है, पिछले कुछ समय में कई स्टार्स को धमकी मिल चुकी है. रिपोर्ट्स के अनुसार इस ईमेल में कहा गया है कि आपके सभी कामो पर हमारी नजर है. यह किसी भी तरह का पब्लिसिटी स्टंट या परेशान करने का नहीं है. इस मैसेज को गंभीरता से लें यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुईं तो आपको गंभीर नतीजे भुगतने होंगे.
यहां दर्ज की जाती है FIR
पाकिस्तान या किसी अन्य देश से धमकी मिलती है, तो इस मामले की जांच भारतीय सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियां करती हैं. इस तरह के मामलों में सबसे पहले धमकी की जानकारी जिस क्षेत्र के पुलिस स्टेशन को मिलती है वहां एफआईआर दर्ज की जाती है. इसके बाद स्थानीय पुलिस शुरुआती जांच शुरू करती है. इस मामले में शिकायत के बाद मुंबई पुलिस हरकत में आ गई है और छानबीन शुरू कर दी है. कॉमेडियन कपिल को मिली जान से मारने की धमकी के मामले में मुंबई की अंबोली पुलिस ने सेक्शन केस फाइल किया है. पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई है.
ये एजेंसी भी करती हैं जांच
अगर मामला अधिक गंभीर होता है और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होता है तो संबंधित राज्य का एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) जांच में शामिल हो सकता है. इसके अलावा जब धमकी ईमेल, सोशल मीडिया, या फिर फोन के जरिए दी जाती है तो साइबर सेल उस मैसेज के सोर्स का पता लगाने का काम करता है. तकनीकी जांच में साइबर एक्सपर्ट्स की मदद ली जाती है.
इसके अलावा यदि धमकी का संबंध आतंकवाद से जुड़ा पाया जाता है या राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है ऐसे मामले की गंभीरता को देखते हुए NIA जांच में शामिल हो जाती है. जांच में अगर मिलता है कि धमकी विदेश से मिली है तो इस तरह के मामले विदेश मंत्रालय विशेष नजर रखता है. अधिकारी उस देश के दूतावास या फिर उच्चायोग के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करते हैं और जरूरी कार्रवाई के लिए संपर्क करते हैं.