कांग्रेस की कामयाब जनसभा के पीछे लवली की रणनीति आई काम
* नाकारा ब्लाक अध्यक्ष पहचाने गए ,कई साल बाद जुटी इतनी भीड़
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,पूर्वी दिल्ली के गीता कालोनी रामलीला मैदान में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड्गे की जनसभा बड़ी रैली में बदल गई और देखते ही देखते ना केवल गीता कालोनी का रामलीला मैदान फुल हो गया बल्कि रामलीला मैदान के भीतर जितनी भीड़ जमा थी उससे कहीं ज्यादा मैदान के बाहर लोग जमा थे | भीड़ का आलम यह था कि यमुना पुश्ते से लेकर रामलीला मैदान तक लोगो का ताँता लगा हुआ था | मैदान के बाहर पुश्ते तक कांग्रेस नेताओं के भाषण सुनने की व्यवस्था आयोजकों द्वारा की गई थी | अनेक वाहनों को पुश्ते से आगे आने की अनुमति नहीं मिली लिहाजा पुश्ते के आसपास जाम लग गया और लोगो को जनसभा स्थल तक पहुंचनें में काफी परेशानी उठानी पड़ी | जनसभा में जनसैलाब को देखते हुए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड्गे सहित कई बड़े नेताओं नें दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविन्द्र सिंह लवली की पीठ थपथपाई | पार्टी कार्यकर्ताओं के जोश को देखते हुए मल्लिकार्जुन खड्गे को कहना पड़ा लवली जी यदि आपको सही में लवली बनना है तो कार्यकर्ताओं के इस जोश को लोकसभा चुनावों तक इसी तरह से बनाये रखिये | श्री खड्गे नें पार्टी कार्यकर्ताओं को बूथ लेवल पर चुनावी रणनीति बनाने का आह्वान किया और चुनावी रणनीति भी समझाई | श्री खड्गे नें प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी पर जहां जमकर प्रहार किये वहीं उन्होंने दिल्ली में सन्गठन की मजबूती से काम करने का आह्वान भी किया |
अरविन्द्र सिंह लवली को करीब पांच माह पूर्व दिल्ली कांग्रेस की बागडोर मिली थी और उन्होंने उसी दिन से पार्टी की मजबूती के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी थी | सब को साथ लेकर चलने की रणनीति का ही परिणाम रहा कि हर किसी नें जनसभा की कामयाबी के लिए काम किया | एक हजार से ज्यादा सक्रिय कार्यकर्ता एक पखवाड़े तक लवली के साथ लगे रहे | अभी तक नाकारा साबित रहे अनेक ब्लाक अध्यक्षों की गतिविधयों की परख करने के लिए सभी विधानसभा क्षेत्रों में पर्यवेक्षक लगाये गए जो बारीक से बारीक रिपोर्ट पार्टी को दे रहे थे | जिला स्तर पर अलग से निगरानी टीमें काम रही थी लिहाजा बनने वाले और बने रहने वाले सभी नें अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया और जनसभा को कामयाब बना दिया | अब श्री लवली को तय करना है अभी तक पार्टी को अँधेरे में रखने वाले लोगो को आगे बढ़ाना है या जमीनी स्तर काम करने वाले लोगो को मौका देना है |