LG ने CM केजरीवाल के खिलाफ की NIA जांच की सिफारिश, AAP की पहली प्रतिक्रिया
दिल्ली के उपराज्यपाल ने ‘सिख फॉर जस्टिस’ से कथित तौर पर धन लेने के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है. अब आप ने पलटवार किया है.
दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है. इस पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के डर से बीजेपी बौखला गई है, वह दिल्ली की सभी 7 सीटें हार रही है. आप के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी साहब बीजेपी के एजेंट हैं. ये सीएम केजरीवाल के खिलाफ एक और बड़ा षड्यंत्र है और ये बीजेपी के इशारे पर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले भी बीजेपी ने ये साजिश की थी.
दरअसल, दिल्ली के एलजी ने ‘सिख फॉर जस्टिस’ से कथित तौर पर धन लेने के लिए सीएम केजरीवाल के खिलाफ इस जांच की सिफारिश की है. इस पर आम आदमी पार्टी बीजेपी पर हमलावर हो गई है.
‘सिख फॉर जस्टिस’ बैन संगठन
बता दें कि ‘सिख फॉर जस्टिस’ आतंकी संगठन भारत में बैन है. केंद्रीय गृह मंत्रालय को लिखी चिट्ठी में उपराज्यपाल सचिवालय ने कहा कि विनय कुमार सक्सेना को शिकायत मिली थी कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप को देवेन्द्र पाल भुल्लर की रिहाई के लिए चरमपंथी खालिस्तानी समूहों से कथित तौर पर 16 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग मिली थी. चिट्ठी में कहा गया है कि शिकायतकर्ता की तरफ से दिए गए इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की फॉरेंसिक जांच सहित जांच की जरूरत है.
यह कदम सुप्रीम कोर्ट की तरफ से मौजूदा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीएम केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने पर विचार करने से एक दिन पहले आया है. सीएम केजरीवाल दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं. ईडी ने उन्हें 21 मार्च को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था.
गौरतलब है कि दिल्ली में लोकसभा चुनाव की सात सीटें हैं. इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन में चुनावी मैदान में उतरी हुई है. आप जहां चार सीटों पर लड़ रही है, वहीं कांग्रेस तीन सीटों पर ताल ठोक रही है.